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नक्षत्र – अश्विनी

अश्विनी राशि चक्र का पहला सितारा है। यह मेष के 30 डिग्री में आता है।

रंग: रक्त लाल
भाग्यशाली अक्षर : सी और एल
खगोलीय नाम: बीटा अरिटीस

अश्विनी के अंतर्गत जन्म लेने वाल लोग मनभावन व्यक्तित्व व आकर्षक रुपरंग के साथ बड़ी आँखें, चौड़े ललाट वाले होते हैं। आम तौर पर वे अपने फैसले में हठी हो जाते हैं।वे ईश्वर से डरते हैं, संगीत प्रेमी, बुद्धिमान, कई विषयों में विशेषज्ञ और ज्यादातर अपने परिवार के लिए समर्पित होते हैं। सफाई उनका दूसरा नाम है और यह चाहते हैं कि दूसरों उनका अनुसरण करें। इस नक्षत्र के अंतर्गत जन्म लेने वाले जातक को आमतौर पर अपने जीवन के शुरुआती दिनों में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है लेकिन 30 साल की उम्र के बाद वे एक अच्छा जीवन जीते हैं। वे लगातार 55 वर्ष की उम्र तक ऊपर की ओर बढ़ते रहते हैं। यह देखा गया है कि इस नक्षत्र के अंतर्गत जन्म लेने वाले जातक अच्छे स्वास्थ्य का आनंद उठाते हैं। शनि और मंगल दोनों ही उनके जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और यदि कुंडली में इनका स्थान अच्छा नहीं हो तो यह संकट का कारण हो सकता है। इस संकट से उबरने के लिए ऐसे लोगों के लिए उचित यह है कि वे ज्योतिष मार्गदर्शन लें, अक्सर ज्योतिष मार्गदर्शन लोगों को पर्याप्त राहत पहुंचाते हैं।

गणेशजी के आशीर्वाद सहित
गणेशास्पीक्स डाॅट काॅम

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