२२ अक्तूबर २०१४, निफ़्टी भविष्यवाणी

Market Predictions

  • विक्रम संवत २०७१ के लिए राशि भविष्य
  • सिंह राशि
  • मंत्र :-
  • अयलकाननयानमनोरथ गृहकलिं य गलोदरपीडनम्।
    द्विजपतिर्मृगराजगतो तृणां वितनुते तनुतेजषाम्
  • अर्थ :- सिंह राशिगत चंद्र में जन्म हो तो वो मनुष्य वन और पर्वत पर रहने वाला, घर में कलेश करने वाला कंठ और पेट के दर्द वाला होता है।
  • विक्रम संवत 2071 – एक नज़र :- विक्रम संवत 2071 नव वर्ष के प्रारंभ 24/10/2014 में देव गुरू अपनी उच्च की राशि में हैं। दानवों के सेनापति राहु भी अपनी मित्र राशि में हैं जबकि शनि उच्च राशि में पारगमन कर रहे हैं, हालांकि, २ नवंबर से अगले ढ़ाई वर्ष के लिए शनि वृश्चिक राशि में पारगमन करेंगे। इसके अलावा शुक्र तथा बुध भी वर्ष की शुरूआत में अच्छा फल प्रदान करेंगे। हालांकि, बहुत कुछ आपकी जन्म कुंडली के ग्रहों पर निर्भर करेगा। वर्ष मध्य में गुरु अपनी राशि बदलेंगे। 14/07/2015 से गुरु महाराज सिंह राशि में गोचर में होंगे; इससे पहले वह कर्क राशि में थे।। इसके अलावा अन्य बड़े ग्रहों में किसी भी प्रकार की हलचल देखने को नहीं मिल रही है। इसके कारण इस राशि के जातकों को शुभ फल मिलने की संभावना है। जो जातक विवाह करने की इच्छा रखते हैं, उनके लिए भी समय काफी अनुकूल रहने की संभावना है। हालांकि गणेशजी आपको कुछ महत्वपूर्ण बातों पर ध्यान देने के लिए आग्रह कर रहे हैं, जैसे कि धन, परिवार एवं चल अचल संपत्ति।
  • आर्थिक तथा व्यवसाय :- आपकी चंद्र राशि के अनुसार आपके आर्थिक स्थान का स्वामी बुध है, जो वर्ष प्रारंभ में स्वगृही होगा। हालांकि, गणेशजी आपको इस मामले में सतर्क रहने की सलाह देते हैं क्योंकि इस वर्ष के दौरान आपके धन स्थान से परिभ्रमण करता राहु धन की आमद में विघ्न डालेगा। आमदनी व व्यय का संतुलन अस्थिर रहेगा। इस समय आपको धन मिलने में देरी हो सकती है या धन की आमद धीमी रह सकती है। इस समस्या से निजात पाने के लिए आप किसी ज्योतिष से संपर्क कर सकते हैं एवं अपनी समस्या के अनुकूल रत्न धारण कर सकते हैं।
  • स्वास्थ्य :- आपकी चंद्र राशि कुंडली के अनुसार आपके स्वास्थ्य स्थान का स्वामी सूर्य एवं रोग स्थान का स्वामी शनि ग्रह है। गणेशजी के अनुसार इस वर्ष स्वास्थ्य के मामले में आपको किसी भी प्रकार की बड़ी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। हालांकि, आपको उस समय अवधि के दौरान काफी सावधानी बरतनी रहेगी, जो गणेशजी आपको नीचे बताने जा रहे है। गणेशजी के अनुसार 20/03/2015 से 13/09/2015 तक एवं 17/11/2015 से 16/12/2015 तक की समय अवधि में सावधान रहें, क्योंकि इस समय सूर्य कमजोर पड़ेगा।
  • प्रेम तथा वैवाहिक जीवन :- आपकी चंद्र राशि कुंडली के अनुसार प्रेम तथा वैवाहिक जीवन के लिए वर्ष प्रारंभ की तुलना में वर्ष मध्य से लेकर वर्ष अंत तक का समय काफी अच्छा है क्योंकि इस समय के दौरान गुरू आपके वैवाहिक जीवन में सद्भाव व सुगमता लेकर आएगा। इसके अलावा जो जातक अभी अविवाहित है, इस समय के दौरान वो अपने जीवन साथी की शोध के लिए कदम आगे बढ़ाएंगे। गणेशजी की सलाह है कि विवाह पक्का करने से पूर्व आप अपनी कुंडलियों को मिलान जरूर करवाएं।
  • करियर तथा शिक्षा :- शिक्षा एवं करियर के मोर्चे पर सिंह राशि के जातकों को मिले जुले परिणाम मिल सकते हैं। गणेशजी देख रहे हैं कि जुलाई के पश्चात गुरू महाराज आपका पूरा समर्थन करेंगे, लेकिन नवंबर से शनि आपके चौथे स्थान में परिभ्रमण करेगा, जो मास्टर डिग्री या उच्च स्तरीय शिक्षा प्राप्त करने के इच्छुक जातकों के लिए चिंता का कारण बनेगा। इस समय आपको गुरू की उपासना करनी चाहिए, ताकि विपत्ति को टाला जा सके।
  • उपाय :- रविवार का व्रत करें और सूर्य को अर्घ्य दें।
  • गायत्री मंत्र का जाप करें।
  • रविवार को दूध- भात या खीर जरूर खाएं।
  • रविवार को गरीबों को लाल या गुलाबी वस्त्र दान करें।
  • भगवान शिवा की पूजा करें और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।
  • होमात्मक लघु रूद्र का पाठ करें।
  • विक्रम संवत २०७१ के लिए राशि भविष्य
  • कन्या राशि
  • मंत्र :-
  • युवतिगे शशिनि प्रमदाजनप्रबलकेलिविलाकुतूहलैः।
    विमलशील सुताजननोत्सवै। सुविधाना सहित पुमान्।।
  • अर्थ :- कन्या राशि में चंद्र हो तो उस समय जन्म लेने वाले स्त्रियों को प्रसन्न करने में चतुर, विलास प्रिय, सुशील, शुद्ध मन के ज्यादा कन्या संतान वाले, सत्कार्य करने वाले और भाग्यशाली होते हैं।
  • विक्रम संवत 2071 – एक नज़र :- विक्रम संवत 2071 नव वर्ष के प्रारंभ 24/10/2014 में देव गुरू अपनी उच्च की राशि कर्क में हैं। वर्ष मध्य में गुरु अपनी राशि बदलेंगे। 14/07/2015 से गुरु महाराज सिंह राशि में गोचर में होंगे। दानवों के सेनापति राहु भी अपनी मित्र राशि में है जबकि शनि उच्च राशि में पारगमन कर रहे हैं, हालांकि, २ नवंबर से अगले ढ़ाई वर्ष के लिए शनि वृश्चिक राशि में पारगमन करेंगे। इसके अलावा शुक्र तथा बुध भी वर्ष की शुरूआत में अच्छा फल प्रदान करेंगे। हालांकि, बहुत कुछ आपकी जन्म कुंडली के ग्रहों पर निर्भर करेगा। कुल मिलाकर आपके लिए यह नववर्ष चुनौतीपूर्ण रहने की संभावना है। इस समय आपको बहुत संतुलन बनाते हुए आगे बढ़ना होगा क्योंकि आपकी स्थिति सर्कस के उस व्यक्ति जैसी है, जो एक रस्सी पर चहलकदमी कर रहा है। इस समय आपको शारीरिक व मानसिक तौर पर तनाव महसूस हो सकता है। गणेशजी की सलाह है कि आपको शिवजी को शुद्घ जल अर्पित करना चाहिए।
  • आर्थिक तथा व्यवसाय :- आपकी चंद्र राशि के अनुसार आपके आर्थिक स्थान का स्वामी शुक्र है एवं अगर आपके पांचवें स्थान को ध्यान में लेते हैं तो उसका स्वामी शनि है, अगर इन दोनों ग्रहों को बलवान कर दिया जाए तो आपका आगामी समय बहुत शानदार गुजर सकता है। गणेशजी के अनुसार आप हर रोज अपने घर या कार्यालय स्थल स्थापित मंदिर में रखे श्री यंत्र के सामने बैठकर माता लक्ष्मी के मंत्रों का उच्चारण करें। इसके अलावा आपको अपने दाहिने हाथ की मध्यमिका उंगली में लोहे की अंगूठी पहननी चाहिए। अगर आपको इससे कुछ फायदा होता नजर आए तो गणेशजी की आपको सलाह है कि आगे चलकर आपको नीलम रत्न धारण करना चाहिए।
  • स्वास्थ्य :- आपकी चंद्र राशि की कुंडली के अनुसार आपके स्वास्थ्य एवं रोग संबंधित गृह का स्वामी क्रमशः बुध तथा शनि है। गणेशजी के अनुसार आपको इस वर्ष स्वास्थ्य संबंधी बहुत अधिक परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। लेकिन आपको इस समय सचेत रहने की जरूरत है, क्योंकि आपके पहले स्थान से गोचर का राहु पारगमन कर रहा है, जो आपको छोटी मोटी तकलीफ दे सकता है। सबसे हैरान करने वाली बात तो यह रहेगी कि आप अस्वास्थ्य महसूस करेंगे, लेकिन मेडिकल जांच या रिपोर्ट में आप स्वयं को स्वास्थ्य पाएंगे।
  • प्रेम तथा वैवाहिक जीवन :- इस वर्ष प्रेम तथा वैवाहिक जीवन के लिए रास्ता थोड़ा सा कठिन कह सकते हैं। इस समय आपके वैवाहिक जीवन संबंधित गृह में कोचर का केतु पारगमन कर रहा है, जिसके कारण आपके अपने जीवन साथी के साथ किसी न किसी बात को लेकर मतभेद हो सकते हैं। इसके अलावा कारोबारी सहयोगी के साथ भी संबंध तनावपूर्ण रह सकते हैं। 24/08/2015 से 29/10/2015 तक बुध-राहु, 18/09/2015 से 17/10/2015 तक सूर्य-राहु एवं 04/11/2015 से 23/12/2015 मंगल -राहु की युति न केवल वैवाहिक जीवन में समस्या पैदा करेगी, बल्कि जीवन के अन्य पहलुओं को भी प्रभावित करेगी। गणेशजी की सलाह है कि इस समय आपको पूजा पाठ करना चाहिए।
  • करियर तथा शिक्षा :- गणेशजी ग्रहों की स्थितियां देखने के बाद महसूस कर रहे हैं कि इस वर्ष आप मानसिक तौर पर बेचैन महसूस करेंगे। इसका प्रभाव आपके करियर व शिक्षा संबंधी मामलों पर भी देखने को मिलेगा। हालांकि, मध्य जुलाई २०१५ तक गुरू की कृपा दृष्टि आप पर बनी रहेगी, जिसके कारण आपके प्रयासों को सफलता मिलेगी। जुलाई के बाद की ग्रहीय स्थितियां आपके भीतर विदेश में जाकर उच्च शिक्षा प्राप्त करने संबंधी उत्सुकता पैदा करेंगी। इस बात को ध्यान में रखते हुए ठोस प्लानिंग बनाकर रखें।
  • उपाय :- कन्या राशि वालों को भगवान विष्णु की पूजा और विष्णु सहस्रनाम का पाठ करना चाहिए।
  • कन्या जातक को मूंग दाल का अधिक सेवन करना चाहिए।
  • बुधवार का व्रत भी लाभदायक होता है।
  • शिवा लिंगम पर शुद्ध जल चढ़ाये और इस मंत्र का जाप करें – ।। ॐ नवकुलाय विद्महे विषदन्ताय धीमही तन्नः सर्प प्रचोदयात ।।

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गणेशजी के आशीर्वाद के साथ,
श्री धर्मेश जोशी
गणेशास्पीक्स दल
9909941816

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