२० अक्तूबर २०१४, निफ़्टी भविष्यवाणी

Market Predictions

  • विक्रम संवत २०७१ के लिए राशि भविष्य
  • मेष राशि
  • मंत्र :-
  • स्थिरधनो रहितः सुजनैर्नरः सुतयुतः प्रमदाविजितो भवेत् ।
    अजगतो द्विजराज इतिरित विभुतयाद भुतया स्वसुकीर्तिभाक्
  • अर्थ :- जन्म के समय चंद्र अगर मेष राशि में हो तो यह राशि वाला स्थिर संपत्ति रहित स्वजनों से युक्त, पुत्रवान स्त्रियों को जीतने वाला अपने आप ऐश्वर्य (अधिकार) यश प्राप्त करने वाला होता है।
  • विक्रम संवत 2071 – एक नज़र – विक्रम संवत 2071 नव वर्ष के प्रारंभ 24/10/2014 में देव गुरू अपनी उच्च की राशि में हैं। दानवों के सेनापति राहु भी अपनी मित्र राशि में हैं, जबकि शनि उच्च राशि में पारगमन कर रहे हैं, हालांकि, 2 नवंबर से अगले ढ़ाई वर्ष के लिए शनि वृश्चिक राशि में पारगमन करेंगे। इसके अलावा शुक्र तथा बुध भी वर्ष की शुरूआत में अच्छा फल प्रदान करेंगे। हालांकि, बहुत कुछ आपकी जन्म कुंडली के ग्रहों पर निर्भर करेगा। वर्ष मध्य में गुरु अपनी राशि बदलेंगे। 14/07/2015 से गुरु महाराज सिंह राशि में गोचर में होंगे; इससे पहले वह कर्क राशि में थे। इसके अलावा अन्य बड़े ग्रहों में किसी भी प्रकार की हलचल देखने को नहीं मिल रही है। इस वर्ष ग्रहीय परिवर्तनों के कारण आपके जीवन में किस तरह के बदलाव हो सकते हैं, के बारे में गणेशजी अब आपको बताने जा रहे हैं। गणेशजी के अनुसार इस समय आप चल अचल संपत्ति की खरीद कर सकते हैं। इसके अलावा जो जातक मास्टर डिग्री कर रहे हैं, उनको भी सफलता मिलेगी। विदेश से संबंधित कारोबार में संलग्न जातकों को किसी भी प्रकार का फैसला लेने से पहले अपनी वित्तीय स्थिति का मुआयना करना चाहिए।
  • वित्त तथा व्यवसाय :- आपकी चंद्र राशि के अनुसार आपके वित्तीय स्थान का स्वामी शुक्र है एवं वर्ष के प्रारंभ में स्वगृही है। इस ग्रहीय स्थिति के अनुसार शुरूआत बहुत शानदार है। कुल मिलाकर बहुत बड़ा बदलाव नहीं होने वाला है, लेकिन नवंबर के बाद शनि महाराज आपके धन स्थान पर दृष्टि डालेगा। इस कारण आपकी आमदनी की गति धीमी होगी। नौकरी के स्थान में गोचर का राहु परिभ्रमण करेगा, जिसके कारण आपके मन में नौकरी परिवर्तन का विचार आएगा।
  • स्वास्थ्य :- आपकी चंद्र राशि के अनुसार गणेशजी आपके स्वास्थ्य व रोग संबंधी बात करना चाहते हैं कि मंगल व बुध दोनों इस मामले में काफी महत्वपूर्ण ग्रह हैं। आपके रोग स्थान में राहु की उपस्थिति के कारण आपको मौसमी बीमारियां हो सकती हैं। इसके अलावा आपका अस्थास्थ्य महसूस करेंगे, लेकिन जब आप मेडिकल रिपोर्ट निकलवाने जाएंगे तो सामने कुछ नहीं आएगा। गणेशजी के अनुसार आपको शिवजी की पूजा करनी चाहिए, जो आपको राहत प्रदान करेगी।
  • प्रेम व वैवाहिक जीवन :- प्रेम तथा वैवाहिक जीवन के लिए शुक्र बहुत महत्वपूर्ण ग्रह है। गणेशजी के अनुसार 04/11/2015 से 30/11/2015 तक की समय अवधि के दौरान आपके मन में किसी के प्रति प्रेमभाव उत्पन्न हो सकता है। इसके अलावा 25/07/2015 से 13/08/2015 तक की समय अवधि में आप प्रेम मामले में आगे बढ़ सकते हैं, ऐसी संभावना है । कुल मिलाकर यह वर्ष आपके लिए नकारात्मक नहीं है, बल्कि आपको मिश्रित फल मिलेंगे।
  • करियर तथ शिक्षा :- करियर एवं शिक्षा की बात करते हुए गणेशजी कहते हैं कि जो जातक मास्टर डिग्री कर रहे हैं, उनके लिए 13/07/2015 तक का समय बहुत अच्छा है, क्योंकि गुरू महाराज अपनी उच्च की राशि कर्क के बीच से पारगमन कर रहे हैं, जो आपकी राशि कुंडली से चौथा घर है। जो छात्र जातक बोर्ड की परीक्षा दे रहे हैं, उनके लिए वर्ष मध्य से लेकर अगस्त 2015 तक की समय अवधि बहुत शानदार रहने की संभावना है क्योंकि इस समय आप पर गुरू की सकारात्मक दृष्टि रहेगी।
  • उपाय :- मंगलवार को गाय को गुड़ और रोटी खिलाएं।
  • हनुमानजी के मंदिर में दीप दान करें।
  • मंगल कवच और सुन्दर कांड का पाठ करें।
  • कुबेर यन्त्र की स्थापना करे के उसकी हर दिन पूजा करें।
  • वृद्धाश्रम के लिए कुछ दान दे दो, और जरूरतमंद लोगों की मदद करें।
  • विक्रम संवत २०७१ के लिए राशि भविष्य
  • वृषभ राशि
  • मंत्र :-
  • स्थिरगतिं सुमतिं कमनीयतां कुशलतां हि नृणामुपभोगताम् ।
    वृषगतो हिमगु र्भृशमादिरोत सुकृतितः कृतितश्व सुखानि च ।।
  • अर्थ :-वृषभ राशि में चंद्र हो तब जन्म लेने वाले स्थिर गति वाले, बुद्धिमान, सुंदर कार्यों में कुशल, परोपकारी, हमेशा पुण्य और सेवाकार्य करनेवाले और हमेशा सुखी होते हैं।
  • विक्रम संवत 2071 – एक नज़र :- विक्रम संवत 2071 नव वर्ष के प्रारंभ 24/10/2014 में देव गुरू अपनी उच्च की राशि में हैं। दानवों के सेनापति राहु भी अपनी मित्र राशि में हैं जबकि शनि उच्च राशि में पारगमन कर रहे हैं, हालांकि, २ नवंबर से अगले ढ़ाई वर्ष के लिए शनि वृश्चिक राशि में पारगमन करेंगे। इसके अलावा शुक्र तथा बुध भी वर्ष की शुरूआत में अच्छा फल प्रदान करेंगे। हालांकि, बहुत कुछ आपकी जन्म कुंडली के ग्रहों पर निर्भर करेगा। वर्ष मध्य में गुरु अपनी राशि बदलेंगे। 14/07/2015 से गुरु महाराज सिंह राशि में गोचर में होंगे; इससे पहले वह कर्क राशि में थे। इसके अलावा अन्य बड़े ग्रहों में किसी भी प्रकार की हलचल देखने को नहीं मिल रही है। गणेशजी देख रहे हैं कि इस वर्ष आपको खूब मेहनत करनी पड़ेगी। आप सोचेंगे कि मेहनत तो हर वर्ष करते हैं, लेकिन इस वर्ष नया क्या है ?। असल में गणेशजी कहना चाहते हैं कि इस वर्ष आपको ग्रहों का बहुत अधिक सकारात्मक सहयोग नहीं मिलेगा। वृषभ राशि की कुंडली में पापी ग्रह बलवान होने के कारण छात्र, संतान की इच्छा रखते दंपति एवं हिस्सेदारी में कारोबार करने वाले जातकों को मुश्किल का सामना करना होगा। इस कठिन समय से पार निकलने के लिए गणेशजी आपको कुछ उपाय बताएंगे, जिनको करने से आपकी मुश्किल हल हो सकती है।
  • वित्त तथा व्यवसाय :- आपकी चंद्र राशि के अनुसार आपके वित्त स्थान का स्वामी बुध है, जो वर्ष की शुरूआत में राहु के साथ युति में है। गणेशजी ग्रहीय स्थितियां देखने के बाद आपको सलाह देते हैं कि 28/03/2015 से 12/04/2015 तक एवं 07/12/2015 से 26/12/2015 तक वित्तीय मामलों में सतर्कता बरतें। इस समय आपको केवल इतना करना है कि किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले आपको उसके निर्णय के हानि व फायदे देखने हैं।
  • स्वास्थ्य :- आपकी चंद्र राशि कुंडली के अनुसार आपके स्वास्थ्य तथा रोग के संबंध में गणेशजी बात करना चाहते हैं कि आपका के लिए शुक्र ग्रह काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह दोनों स्थानों का स्वामी है। कुल मिलाकर कहें तो स्वास्थ्य के मामले में यह वर्ष आपके लिए नकारात्मक नहीं है। गणेशजी के अनुसार 18,19,20/05/2015, 15/06/2015 तथा 04/04/2015 को आप अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखें।
  • प्रेम तथा वैवाहिक जीवन :- प्रेम व वैवाहिक जीवन के लिए मंगल एवं बुध दोनों ग्रह महत्वपूर्ण हैं क्योंकि मंगल आपकी राशि के अनुसार जीवनसाथी तथा विवाह के गृह का स्वामी है जबकि बुध प्रेम के गृह का स्वामी है। हालांकि, आपकी जन्म कुंडली के ग्रहों की शक्ति के अनुसार आपको फल मिलेंगे। इस वर्ष के दौरान पांचवें स्थान में गोचर का राहु एवं सातवें स्थान में परिभ्रमण करता शनि आपकी सफलता के बीच बाधा पैदा करेगा। इस समय प्रेमी प्रेमिका के बीच किसी बात को लेकर तनाव रह सकता है। गणेशजी की सलाह है कि धैर्य व मौन दोनों आपके रिश्ते को बचा सकते हैं।
  • करियर तथ शिक्षा :- गणेशजी ग्रहों की स्थिति को देखने के बाद बता रहे हैं कि इस वर्ष वृषभ जातकों को कठिन पथ से होकर गुजरना पड़ेगा। छात्र वर्ग इस समय अध्ययन में अपना पूरा ध्यान नहीं लगा पाएगा, क्योंकि परिभ्रमण करता राहु उनका ध्यान दूसरी चीजों की तरफ खींचेंगे। इस समस्या का समाधान करने के लिए गणेशजी आपको एक उपाय बताते हैं कि आप हर रोज भगवान शिवजी को पंचामृत अभिषेक करवाएं एवं रोज उनके सामने घी का दीपक जलाएं। हालांकि, 25 जुलाई के बाद गुरू के मार्गी होने से आप राहत महसूस करेंगे।
  • उपाय :-
  • सात शुक्रवार तक सात कन्याओं को खीर खिलाएं।
  • शुक्रवार को खट्टा न खाएं।
  • 16 शुक्रवार का व्रत करें और श्री सूक्त व कनकधारा स्तोत्र का पाठ करें।
  • घर के आसपास गमले में फूल लगाएं।
  • ‘तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रूद्रः प्रचोदयात्’ का जाप करें।
  • शुक्र आपकी राशि का स्वामी है, इसलिए इस मंत्र का जाप करें –
  • “हिमकुन्दमृणालभम दैत्यानां परभम गुरुम, सर्वशास्त्रप्रवक्तार भार्गवं प्रणमाम्यहम”

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गणेशजी के आशीर्वाद के साथ,
श्री धर्मेश जोशी
गणेशास्पीक्स दल
9909941816

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