चैत्र नवरात्रि 2022 : कलश स्थापना विधि और मुहूर्त एवं तिथियां

चैत्र नवरात्रि 2022 : कलश स्थापना विधि और मुहूर्त एवं तिथियां

चैत्र नवरात्रि 2023 (chaitra navratri 20223) घटस्थापना मुहूर्त 2 अप्रैल 2022 शनिवार, को 06:15 ए एम से 08:31 ए एम तक है।

एक वर्ष में चार नवरात्रि चैत्र, आषाढ़, आश्विन और माघ मास में आती है, जो शुक्ल प्रतिपदा से नवमी तक चलते हैं। इनमें चैत्र और आश्विन नवरा‍त्र प्रमुख माने जाते हैं। इसमें भी आश्विन नवरा‍त्र का काफी महत्व है, इसे वासंती नवरात्रि भी कहा जाता है। चैत्र नवरात्रि को वासंती नवरात्रि भी कहा जाता है, जो चैत्र मास शुक्ल पक्ष की प्रतिप्रदा से शुरू होता है। यह भगवान श्री राम के जन्मोत्सव से जुड़ा महीना है। इस साल यानी वर्ष 2023 में चैत्र नवरात्रि (chaitra navratri 2023) की शुरुआत 2 अप्रेल से होगी।


नवरात्रि (Chaitra navratri 2023)पर कलश स्थापना मुहूर्त

नवरात्रि के 9 दिनों में मां दुर्गा के नौ रूपों क्रमशः शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री देवी की पूजा की जाती है। नवरात्रि के दौरान नौ दिनों तक देवी दुर्गा का पूजन और दुर्गा सप्तशती का पाठ किया जाता है। चैत्र नवरात्रि की शुरुआत कलश स्थापना से होती है। इस वर्ष कलश स्थापना का मुहूर्त 2 अप्रेल शनिवार सुबह 06 बजकर 15 मिनट से लेकर 8 बजकर 31 मिनट तक रहेगा। हालांकि इसके पश्चात अभिजित मुहूर्त में भी कलश स्थापना की जा सकती है जिसकी अवधि सुबह 11 बजकर 59 मिनट से दोपहर 12 बजकर 48 मिनट तक होगी


Chaitra navratri 2023 कलश स्थापना विधि

कलश स्थापना के लिए शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि के दिन सुबह स्नानादि से निवृत्त हो कर पूजा का संकल्प लिया जाता है। संकल्प लेने के पश्चात मिट्टी की वेदी बनाकर जौ बोया जाता है और इसी वेदी पर कलश की स्थापना की जाती है। घट के ऊपर कुल देवी की प्रतिमा स्थापित कर पूजन किया जाता है और दुर्गा सप्तशती का पाठ किया जाता है। इस दौरान अखंड दीप जलाने का भी विधान है। इन दिनों में मंत्र जाप करने से मनोकामना शीघ्र पूरी होती है। नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना के बाद मां दुर्गा की पूजा आरंभ की जाती है।


चैत्र नवरात्रि तिथि 2022

पहला नवरात्रि, पहली तिथि, 2 अप्रेल 2023, दिन शनिवार

-घटस्थापना

– शैलपुत्री पूजा

दूसरा नवरात्रि, द्वितीया तिथि, 3 अप्रेल 2023, दिन रविवार

– ब्रह्मचारिणी पूजा

तीसरा नवरात्रि, तृतीया तिथि, 4 अप्रेल 2023, दिन सोमवार

– चन्द्रघन्टा पूजा

चौथा नवरात्रि, चतुर्थी तिथि, 5 अप्रेल 2023, दिन मंगलवार

– कुष्माण्डा पूजा

पांचवां नवरात्रि, पंचमी तिथि, 6 अप्रेल 2023, दिन बुधवार

– स्कन्दमाता पूजा

छठा नवरात्रि, षष्ठी तिथि, 7 अप्रेल 2023, दिन गुरूवार

– कात्यायनी पूजा

सातवां नवरात्रि, महासप्तमी तिथि , 8 अप्रेल 2023, दिन शुक्रवार

– कालरात्रि पूजा

आठवां नवरात्रि, महाअष्टमी तिथि, 9 अप्रेल 2023, दिन शनिवार

– महागौरी पूजा (सन्धि पूजा)

नौवां नवरात्रि, रामनवमी तिथि, 10 अप्रेल 2023, दिन रविवार

– नवरात्रि पारण, दशमी, 11 अप्रेल 2023, दिन सोमवार

ये भी पढ़ें-

मां दुर्गा के चमत्कारी मंत्रों से पाएं सफलता

कब और क्यों मनाया जाता है गुड़ी पड़वा

View All blogs



Continue With...

Chrome Chrome