संसार की समस्त सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने वाली मां दुर्गा की आराधना के पावन दिन आने वाले हैं। हर बार की तरह इस बार भी शक्ति के साधक माता का आशीष पाने के लिए कई तरह के जप-तप और व्रत करने वाले है। वैदिक ज्योतिष और धर्मशास्त्रों ने माता पार्वती के विभिन्न रूपों में शामिल नवदुर्गा की पूजा के लिए कुछ नीति नियम निर्धारित किए है। नवरात्रि के दौरान बुद्धि, शरीर और मन को केंद्रित कर कई तरह के कार्य सिद्धि किए जा सकते हैं। नवरात्रि के दौरान ब्रह्मांड में मौजूद सकारात्मक ऊर्जा अधिक सक्रिय होती है, जिससे साधक की साधना अधिक शीघ्र पूरी हो सकती है। नवदुर्गा के विभिन्न रूप की पूजा विशेष तरीके से की जाती है। दिन, वार और तिथि के अनुसार नवरात्रि के प्रत्येक दिन के लिए एक विशेष रंग का खासा महत्व होता है। नवरात्रि में दिन के अनुसार रंगों का चयन कर शक्ति तक पहुंचना अधिक सुगम हो सकता है।
शारदीय नवरात्रि 2023 पहला दिन : 15 अक्टूबर
तिथि – शुक्ल प्रतिपदा शारदीय नवरात्रि 2023 का पहला दिन, मां शैलपुत्री को समर्पित होता है। इस वर्ष घट स्थापना और शैलपुत्री की आराधना शनिवार के दिन होने से इस दिन स्लेटी रंग के वस्त्रों का उपयोग करें और मां शैलपुत्री को चमेली के पुष्प अर्पित करें। साथ ही शैलपुत्री को कुट्टू और हरड़ का भोग लगाएं, इससे चंद्रमा बलवान होता है और भाग्य में वृद्धि होती है।
शारदीय नवरात्रि 2023 दूसरा दिन : 16 अक्टूबर
तिथि – शुक्ल द्वितीयाशारदीय नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा अर्चना की जाती है। इस वर्ष मां नवरात्रि का दूसरा दिन रविवार के दिन आएगा। इस दिन मां ब्रह्मचारिणी की आराधना के लिए नारंगी रंग का उपयोग करें। नारंगी रंग के वस्त्र धारण करें। माता ब्रह्मचारिणी की आराधना करें। इससे आपको स्फूर्ति और उल्लास का अनुभव होगा। मां ब्रह्मचारिणी का स्मरण कर माता को चमेली के फूल चढ़ाएं। दूध- दही और ब्राह्मी को माता के भोग में शामिल करें, इससे आपको मंगल से संबंधित दोषों से भी मुक्ति मिलेगी।
शारदीय नवरात्रि 2023 तीसरा दिन : 17 अक्टबूर
तिथि – तृतीया शारदीय नवरात्रि के तीसरे दिन माता चंद्रघंटा की आराधना की जाती है। 2023 शारदीय नवरात्रि के तीसरे दिन सोमवार है, इस दिन आपको सफेद वस्त्र धारण करने चाहिए और मां चंद्रघंटा का स्मरण करना चाहिए। सफेद रंग शुद्धता व सरलता को दर्शाता है, सफेद रंग आत्मशांति एवं सुरक्षा का भी अनुभव करवाता है। नवरात्रि के तीसरे दिन सफेद रंग के वस्त्र धारण कर सफेद आसन बिछाकर माता दुर्गा को सफेद रंग के फूल अर्पित करना चाहिए। मां चंद्रघंटा को घर में बने शुद्ध प्रसाद का भोग लगाना चाहिए। मां दुर्गा के तीसरे स्वरूप की आराधना से शुक्र की बाधाएं दूर होती हैं।
शारदीय नवरात्रि 2023 चौथा दिन : 18 अक्टूबर
तिथि – चतुर्थी शारदीय नवरात्रि के चौथे दिन माता के कुष्मांडा रूप की आराधना की जाती है। नवरात्रि 2023 के चौथे दिन मंगलवार है, इस दिन माता की आराधना के लिए लाल रंग का आसान बिछाएं और लाल रंग के वस्त्र धारण कर विधि – विधान से माता की आराधना करें। नवरात्रि के चौथे दिन माता कुष्मांडा को लाल रंग के फूल अर्पित करें और पेठे का भोग लगाएं। इससे आपकी कुंडली के सूर्य को बल मिलेगा और आप प्रतिष्ठा और सम्मान प्राप्त करेंगे।
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शारदीय नवरात्रि 2023 पांचवा दिन : 19 अक्टूबर
तिथि – पंचमीशारदीय नवरात्रि के पांचवें दिन स्कंदमाता की आराधना की जाती है। वर्ष 2023 में नवरात्रि के पांचवें दिन बुधवार है, इस दिन गहरे नीले रंग के वस्त्र धारण करें और स्कंदमाता को लाल रंग के फूल चढ़ाएं। इसी के साथ माता स्कंद माता को चावल और अलसी का भोग लगाएं, इससे बुध ग्रह से जुड़े दोषों का नाश होगा और बुद्धि और ज्ञान में वृद्धि होगी।
शारदीय नवरात्रि 2023 छठवां दिन : 20 अक्टूबर 2023
तिथि – षष्ठीशारदीय नवरात्रि के छठवें दिन माता कात्यायनी की आराधना की जाती है, माता कात्यायनी को महिषासुर मर्दिनी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन गुरुवार होने के कारण पीले रंग के वस्त्र धारणकर माता शक्ति की आराधना करें और देवी कात्यायनी का स्मरण करें। पूजा के दौरान माता कात्यायनी को लाल रंग के पुष्प चढ़ाएं। विशेषकर गुलाब के पुष्प माता को प्रिय है, इसी के साथ उन्हें भोग के तौर पर हरी सब्जी और खोए से बनी मिठाई अर्पित करें। इससे गुरु ग्रह मजबूत होगा और आपकी कुंडली में अमृत समान प्रभाव डालेंगे।
शारदीय नवरात्रि 2023 सातवां दिन : 21 अक्टूबर
तिथि – सप्तमीनवरात्रि के सातवें दिन माता पार्वती के सबसे भीषण रूप मां कालरात्रि की आराधना की जाती है। वर्ष 2023 में कालरात्रि का पूजन शुक्रवार के दिन किया जाएगा, इसलिए इस दिन हरे रंग का चुनाव करें और साधना के आसन सहित हरे वस्त्र धारण करें। इस दिन देवी की पूजा करते समय मां कालरात्रि का स्मरण करें और उन्हे रात रानी के पुष्प अर्पित करें। मां कालरात्रि को भोग के तौर पर कालीमिर्च, तुलसी और मीठे में खीर या हलवे का भोग लगाएं, माता के सातवें रूप की आराधना से आपको शनि के नकारात्मक प्रभावों को कम करने में सहायता मिलेगी।
शारदीय नवरात्रि 2023 आठवां दिन : 22 अक्टूबर
तिथि – अष्टमी नवरात्रि के आठवें दिन मां महागौरी की आराधना की जाती है, माता महागौरी की आराधना सौभाग्य और उन्नति लेकर आती है। नवरात्रि 2023 के आठवें दिन शनिवार है, इस दिन हरे और नीले रंग के वस्त्र धारण करें और मां महागौरी का स्मरण करते हुए उन्हें सुंगधित फूल अर्पित करें। इसी के साथ मां महागौरी को साबूदाने से बनी खीर और तुलसी का भोग लगाएं। माता महागौरी की इस विधि से आराधना करने से अपको राहु जनित सभी दोषों से मुक्ति मिलेगी।
शारदीय नवरात्रि 2023 नौवां दिन: 24 अक्टूबर
नवरात्रि के नौवे दिन मां सिद्धिदात्री की आराधना की जाती है, मां सिद्धिदात्री की पूजा का क्रम इस बार रविवार को आ रहा है इस दिन मां सिद्धिदात्री को प्रसन्न करने के लिए बैंगनी रंग के वस्त्र धारण करें। बैंगनी रंग भव्यता और राजसी ठाट – बाठ को दर्शाता है। साथ ही यह भक्तों को समृद्धि और संपन्न बनाने का कार्य भी करता है। नवरात्रि के नौवे दिन बैंगनी रंग के वस्त्र धारण कर मां सिद्धिदात्री का आह्वान करें और उन्हें रात रानी के पुष्प चढ़ाएं। माता सिद्धिदात्री को प्रसन्न करने के लिए नवरात्रि के नौवे दिन आंवला और शतावरी का भोग लगाएं। मां सिद्धिदात्री की आराधना से केतु ग्रह के दोषों को दूर किया जा सकता है और उन्नति के पथ पर आगे बढ़ा जा सकता है।
गणेशजी के आशीर्वाद सहित
गणेशास्पीक्स डाॅट काॅम
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