https://www.ganeshaspeaks.com/hindi/

धनु राशि में शुक्र: जानिए आपकी राशि पर असर

धनु राशि में शुक्र
शुक्र या वीनस को ज्योतिष में स्त्री ग्रह भी माना जाता है। शुक्र वृषभ व तुला राशि का स्वामी ग्रह है और उसे दैत्यगुरु भी माना जाता है। शुक्र किसी की कुंडली में विवाह से लेकर संतान योग तक का कारक होता है। शुक्र लाभ के साथ ही जीवन में सुख-समृद्धि का भी कारक होता है। व्यक्ति की कलात्मकता का भी विकास होता है। किसी की कुंडली में शुक्र का कमजोर या मजबूत होना काफी मायने रखता है।

शुक्र का राशि परिवर्तन है अहम ज्योतिषीय गतिविधि

ज्योतिष के मुताबिक मीन राशि में शुक्र उच्च के होते हैं, तो कन्या राशि में इन्हें नीच का माना जाता है। हालांकि, शनि, बुध और केतु के साथ इनका मित्रवत तो सूर्य, चंद्रमा व राहू के साथ शत्रुवत संबंध है। वहीं मंगल व बृहस्पति के साथ इनका संबंध सामान्य है। ऐसे में शुक्र का राशि परिवर्तन एक अहम गतिविधि मानी जाती है। 29 जनवरी की रात 11 बजकर 42 मिनट पर शुक्र वृश्चिक राशि से स्थान परिवर्तन कर धनु राशि में प्रवेश कर रहे हैं। यहां पहले से ही शनि के साथ सूर्य गोचर कर रहे हैं। ऐसे में शुक्र के इस गोचर से त्रीग्रही योग बन रहा है, जिसका विभिन्न राशियों पर भी अच्छा और बुरा प्रभाव पड़ेगा।
(अपनी कुंडली का विश्लेषण करवाकर पाइए शुक्र के शुभ फल)

मेष

मेष राशि में शुक्र नौवें भाव में परिवर्तित हो रहे हैं, ऐसे में इस अवधि में अापका भाग्योदय हो सकता है। भाग्य स्थान में शुक्र, शनि व सूर्य के साथ गोचर करेंगे। इससे कार्यक्षेत्र में आपके लिये उन्नति के योग बन रहे हैं। इतना ही नहीं अापको भाई-बहनों का भी पूरा सहयोग मिल सकता है। धार्मिक कार्यों के प्रति अापकी रुचि बढ़ेगी। दांपत्य और प्रेम जीवन में स्थिरता रहेगी।

वृषभ

वृषभ राशि के स्वामी स्वयं शुक्र हैं और वे अापकी राशि से अाठवें भाव में प्रवेश कर रहे हैं। अाठवें भाव में शनि और सूर्य के साथ शुक्र के गोचर से छोटी यात्राओं के योग बन रहे हैं। वैसे इस अवधि में अापका स्वास्थ्य प्रभावित होगा और अापको शारीरिक कष्ट भी हो सकता है। इतना ही नहीं अापको प्रतिस्पर्धियों से चुनौतियां मिल सकती हैं। ऐसे में अापको सावधानी बरतने की जरुरत है।

मिथुन

शुक्र राशि के सप्तम भाव में शनि और सूर्य के साथ गोचररत हैं। इस अवधि में अापके दांपत्य जीवन में स्थिरता रहेगी। हालांकि विवाह के इच्छुक लोगों के विवाह संबंधी बात तो अागे बढ़ेगी, लेकिन विवाह के लिए उन्हें थोड़ा इंतजार करना पड़ सकता है। अविवाहित प्रेमी युगलों के आपसी तालमेल में कमी आ सकती है। प्रेम संबंधों के लिए बेहतर योग बन रहे हैं। इस अवधि में शारीरिक सुख के साथ मानसिक शांति भी प्राप्त होगी।

कर्क

यहां शुक्र राशि से छठे स्थान में प्रवेश कर रहे हैं, जहां शनि के साथ सूर्य पहले से ही गोचर कर रहे हैं। कर्क राशि वालों के लिए शुक्र का राशि परिवर्तन लाभकारी हो सकता है। व्यवसायी एवं विद्यार्थियों के लिये यह अवधि अनुकूल होगी। स्वास्थ्य में भी सुधार महसूस होगा। हालांकि माता का स्वास्थ्य प्रतिकूल हो सकता है। इस दौरान यात्रा के साथ ही धन लाभ के भी संकेत मिल रहे हैं। हालांकि इस दौरान थोड़ी परेशानी भी झेलनी पड़ सकती है।
शुक्र के ज्यादा अच्छे फल प्राप्त करने के लिए आप हमारे विशेषज्ञ ज्योतिषी से संपर्क कर सकते हैं।

सिंह

शुक्र आपकी राशि से पंचम भाव में गोचर कर रहे हैं। ऐसे में शनि और सूर्य के साथ शुक्र के भी आने से यह समय आपके लिये लाभकारी हो सकता है। विद्यार्थियों के लिए समय अनुकूल रहेगा। परीक्षा में शामिल या साक्षात्कार दे रहे लोगों को सफलता मिलने के आसार हैं। संतान पक्ष की ओर से भी संतुष्टि का अहसास होगा। दांपत्य और प्रेम जीवन सुखद रहेगा। कार्यक्षेत्र में उन्नति हो सकती है।

कन्या

कन्या राशि वालों के लिए शुक्र का परिवर्तन चौथे भाव में हो रहा है, जो सुख का भाव भी कहा जाता है। यहां शनि के साथ सूर्य गोचर कर रहे हैं। ऐसे में यह अवधि अापके लिए बेहतर साबित होगी। इस दौरान सुख में वृद्धि होगी, साथ ही लंबे समय से चली अा रही घर या वाहन खरीदने की इच्छा पूरी हो सकती है। अापको भाग्य का पूरा साथ मिलेगा और कार्यक्षेत्र में भी उन्नति के योग बन रहे हैं। हालांकि इस दौरान खर्चों में बढ़ोतरी हो सकती है।

तुला

शुक्र तुला राशि के स्वामी हैं और आपकी राशि से तीसरे भाव में प्रवेश कर रहे हैं। वहीं इस भाव में शनि और सूर्य के साथ गोचर करने से यह समय थोड़ा प्रतिस्पर्धात्मक रह सकता है। भाई-बहनों के साथ भी आपके रिश्ते बेहतर नहीं रहेंगे और रिश्तों में दरार अा सकती है। वैसे इस अवधि में आपके लिये यात्रा के योग बन रहे हैं, लेकिन यह यात्रा कष्टदायी साबित हो सकती है। गणेशजी अापको इस दौरान अपनी यात्रा टालने की सलाह दे रहे हैं। स्वास्थ्य पर ध्यान न देने से परेशानी हो सकती है।

वृश्चिक

आपकी राशि से शुक्र दूसरे भाव में आ रहे हैं। धन भाव में शुक्र के आने से इस समय आपके लिये धन वृद्धि के योग बन रहे हैं। लंबे समय से यदि किसी बीमारी से परेशान हैं, तो निजात मिलने की प्रबल संभावनाएं हैं। हालांकि दांपत्य जीवन में आपको थोड़ा संघर्ष करना पड़ सकता है, आपको रिश्तों में अस्थिरता का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन अविवाहित जातकों का रोमांटिक जीवन अच्छा रहने के आसार हैं। साथी के साथ आपके संबंध मधुर रहने की उम्मीद कर सकते हैं। आपको धन प्राप्ति तो होगी लेकिन साथ ही खर्च भी बढ़ सकते हैं। आर्थिक स्थिति बेहतर बनाए रखने के लिये खर्चों पर नियंत्रण कर संतुलन बनाए रखने का प्रयास करें।

अपनी कुंडली का विश्लेषण करवाकर ग्रह दोषों को दूर भगाइए, अभी संपर्क करें।

धनु

शुक्र का प्रवेश आपकी ही राशि में हो रहा है। यह अवधि अापके लिए बेहतर साबित होगी। इस दौरान अापका स्वास्थ्य बेहतर रहेगा। पुराने दोस्तों से मुलाकात होने से अाप प्रसन्नता महसूस करेंगे। हालांकि व्यवसायियों को कारोबार में प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ सकता है। इस अवधि में लाभदायक यात्रा के भी योग हैं। पैतृक संपत्ति, दूर के रिश्तेदारों और दोस्तों से भी लाभ मिल सकता है।

मकर

यह अापके लिए लाभकारी समय साबित होने जा रहा है। शुक्र मकर राशि के 12वें स्थान में गोचर कर रहे हैं, जो कर्मक्षेत्र को लाभकारी बना रहा है। कॅरियर के लिए भी यह अवधि बेहतर साबित होगी। साक्षात्कार एवं प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता मिल सकती है। प्रेम संबंध बेहतर रहेंगे साथ ही दांपत्य जीवन में छोटे मेहमान का अागमन हो सकता है। प्रतिद्वंद्वी भले ही अापके पीछे पड़ें, लेकिन अापको कोई नुकसान नहीं पहुंचा सकेंगे।

कुंभ

कुंभ राशि वालों के लिये शुक्र 11 वें भाव मतलब लाभ स्थान में प्रवेश कर रहे हैं। हालांकि इस स्थान में पहले से ही शनि और सूर्य के गोचर करने से लाभ में कमी हो सकती है। भाग्य का साथ अाशानुकूल नहीं मिलेगा, लेकिन माता-पिता की ओर से सुख का अनुभव होगा। बड़े-बुजुर्गों से सहयोग मिल सकता है। अापको भौतिक सुख की प्राप्ति होगी, लेकिन अापको आत्मिक तौर पर संतुष्टि नहीं महसूस होगी। लाभ प्राप्ति के कार्यों में विलंब हो सकता है।

मीन

मीन राशि वालों के लिये शुक्र का कर्म स्थान मतलब 10 वें भाव में प्रवेश कार्य में उन्नति की संभावना प्रबल कर रहा है। किसी नए काम की शुरुआत या उसकी योजना बनाने के लिए यह समय उपयुक्त है। अापको भाग्य का पूरा साथ मिल सकता है। भाई-बहनों की ओर से भी लाभ हो सकता है। माता-पिता से भी सुख की प्राप्ति होगी। इस अवधि में लाभकारी यात्रा के योग भी बन रहे हैं।
2019 में ग्रहों का सबसे बड़ा परिवर्तन राहु और केतु कर रहे हैं। आप अभी से इसके लिए सतर्क हों। अपनी कुंडली के अनुसार राहु-केतु के ट्रांजिट को सकारात्मक बनाएं। हमारे विशेषज्ञ को कॉल करें।

गणेशजी के आशीर्वाद सहित
भावेश एन पट्टनी
गणेशास्पीक्स डाॅट काॅम

येभी पढ़ें-

सात मार्च को केतु बदल रहे हैं
राशि- डेढ़ साल के लिए कौन-कौन सी राशि होगी परेशान

2019 में राहु करेंगे अपनी उच्च राशि में प्रवेश-
क्या होगा आपका हाल

सकारात्मक भी है राहु-जानिए कैसे

Continue With...

Chrome Chrome