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रियो में नरसिंह यादव की पदक जीतने की संभावना पुरजोर , पर आगे का रास्ता मुसीबतों से भरा, कहना है गणेशजी का

रियो में नरसिंह यादव की पदक जीतने की संभावना पुरजोर , पर आगे का रास्ता मुसीबतों से भरा, कहना है गणेशजी का

ओलंपिक पहलवान नरसिंह पंचम यादव अाखिरकार रियो ओलंपिक में भाग ले रहे है। यादव को नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी (नाडा) ने आरोपमुक्त कर दिया है। वर्ष 2010 के राष्टमंडल खेल में स्वर्ण पदक जीत चुके नरसिहं को अब पदक के एक मजबूत दावेदार माना जा रहा है। नरसिंह के पिता मुंबई में दूध व्यवसायी है और माँ बनारस में रहती हैं। नरसिंह ने महज13 साल की उम्र में रेसलिंग शुरू की और वर्ष 2010 के काॅमनवेल्थ गेम गोल्ड में गोल्ड मेडल जीता। कुश्ती के अलावा, नरसिंह यादव महाराष्ट्र सरकार में डिप्टी एसपी के पद पद पर तैनात हैं। गणेशजी इनकी सूर्य कुंडली का गहराई से अध्ययन करते हुए यह संभावना व्यक्त करते हैं कि कि नरसिंह की रियो में पदक जीतने की उम्मीद जोरों पर है, हालांकि, इनको इस दौरान बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है।

नरसिंह यादवजन्म दिनः6 अगस्त, 1989 जन्म स्थानः वाराणसी, उत्तर प्रदेश, भारत

नरसिंह यादव की सूर्य कुंडली
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सितारों क्या संकेत कर रहे हैं?
भारतीय पहलवान नरसिंह यादव की सूर्य कुंडली में चार ग्रहों का जमावड़ा सिंह राशि में है जिससे ये जोश व उत्साह से युक्त हैं। प्रेरित किए जाने पर इनके अंदर हनुमान जैसा अदम्य साहस ओर बल आ जाता है। इनके अंदर की उमंग व आक्रामकता उच्चतम स्तर पर अपना असर दिखाती है, लेकिन समस्या यह है कि ये अक्सर निराश हो जाते हैं।

मंगल और बुध की युति इन्हें बहुत सहज बनाती है। ये प्रायः अपनी सूझबूझ से निर्णय लेना पसंद करते हैं। लेकिन, मंगल-केतु का संयोजन यह भी इंगति करता है कि महत्वपूर्ण कदमों को छोड़ देने की इनकी अंदर कमजोरी है। अपने द्वारा लिए गए दुस्साहसिक व अविवेकपूर्ण फैसलों का अंजाम नहीं समझ पाते।

सिंह राशि में गोचर होते हुए गुरू ने इनके लिए रियो ओलंपिक 2016 में जगह बनाई। हालांकि, राहु का पारगमन इनकी यात्राओं को कठिन व विवादास्पद भी बना देता है। जैसे ही इन्हें अदालत की ओर से भारत का प्रतिनिधित्व करने की मंजूरी प्राप्त हुई, वैसे ही डोपिंग विवाद अचानक से उभर कर रियो में जाने के लिए उनकी आशा को धूमिल करने लगा। इनकी कुंडली में गोचर के राहु की शुक्र के साथ युति बड़ी ही मज़बूत है जो इनकी छवि और प्रतिष्ठा को प्रभावित करती है।

हालांकि, सिंह राशि में शुक्र के प्रवेश ने इन्हें डोपिंग के आराोप से क्लीन चिट दे दिया है। यह इनकी छवि को बहाल करने में मदद करता है। इनको रियो में जाने की अनुमति मिलने के बाद भी उनको दूसरी बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है। इसका कारण यह है कि गोचर के राहु के अंदर भ्रम व अनिश्चितताओं को लाने की क्षमता होती है। इस कारण नरसिंह के लिए आगे की यात्रा निष्कटंक नहीं रहेगी।

अपने देश के लिए पदक लाने की उम्मीद लिए ये रियों में शामिल हो रहे हैं। गोचर का बृहस्पति इनके पक्ष में कार्यरत रहेगा, पर गोचर का राहु इन्हें निरंतर हताश करता रह सकता है। गोचर का चंद्र 19 अगस्त तक केतु के साथ युति में रहेगा। इससे इनके ऊपर मनोवैज्ञानिक रूप से प्रभाव पड़ने के कारण इनके प्रदर्शन पर बुरा असर पड़ सकता है। गोचर का मंगल यह इंगित करता है कि ये आक्रामक व सकारात्मक रूप से प्रदर्शन करेंगे, लेकिन यदाकदा नकारात्मक प्रवित्तियां इन पर हावी हो सकती हैं। इनके द्वारा की गई एक छोटी सी भूल इनके व भारत दोनों के लिए काफी मंहगी साबित हो सकती है।

हालांकि, 20 अगस्त को गोचर के चंद्र के साथ-साथ अन्य ग्रहों का भी पारगमन इनके लिए अधिक अनुकूल होगा। प्रदर्शन के लिहाज से अंतिम दिन सबसे अच्छा जाएगा। भावानात्मक व शारीरिक रूप से इनकी बेहतर स्थिति रहेगी। इनका आत्मबल व आत्मविश्वास अहम मैच की संभावना को और भी सशक्त करेगा। इस प्रकार से, गणेशजी को एेसा महसूस हो रहा है कि पहलवान नरसिंह यादव भारत के लिए पदक लाने में कामयाब रहेंगे, पर इनके द्वारा गोल्ड मैडल जीतने की संभावना उतनी नजर नहीं आती।

गणेशजी के आर्शीवाद सहित,
तन्मय के ठाकर
गणेशास्पीक्स डाॅट काॅम

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