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क्या अच्छे दिन लेकर आएगा बजट 2015 – 2016 – जानिए! गणेशजी की दृष्टि से

क्या अच्छे दिन लेकर आएगा बजट 2015 – 2016

‘अच्छे दिन आने वाले हैं’ सत्ता में आने से पहले भारतीय जनता पार्टी का लोकप्रिय चुनावी गीत था। अच्छे दिन आने की हसरत लिए जनता जनार्दन ने नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी को शानदार बहुमत दिया। अब सरकार भी नौ माह पुरानी हो चली है और जनता भी अच्छे दिन देखने के लिए बेसब्र है। बजट सत्र शुरू हो चुका है एवं जल्द ही आम बजट हमारे सामने होगा। इस बजट से जनता को भारी उम्मीदें हैं। क्या जनता की उम्मीदों पर खरा उतरेगा मोदी सरकार का बजट – इस सवाल का जवाब जानने के लिए गणेशास्पीक्स के ज्योतिषविदों ने आम बजट वाले दिन की कुंडली का अध्ययन किया। आओ, जानें कि आखिर ग्रह स्थितियां बजट के बारे में किस तरह के संकेत दे रही हैं ।

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ज्योतिषीय विश्लेषण

  • स्वतंत्र भारत की कुंडली में, सूर्य कर्क राशि में है एवं गोचर का सूर्य दसवें घर अर्थात कुंभ के बीच से गुजर रहा है, साथ ही, शातर्क नक्षत्र में है। यह ग्रहीय स्थिति संकेत दे रही है कि मानीय वित्त मंत्री सोने संबंधी नीति, सार्वजनिक क्षेत्र इकाई, जीडीपी, कर, आय कर एवं बिक्री कर संबंधी कुछ कठोर फैसले ले सकते हैं।
  • कुंडली का पांचवां स्थान म्यूचुअल फंड, अटकलबाजी आधारित वित्तीय गतिविधियों, ब्रोकरेज हाउस/ कंपनियों, शिक्षा क्षेत्रों और विश्वविद्यालयों का प्रतिनिधित्व करता है। जिस दिन 2015-16 का बजट पेश किया जाएगा, उस दिन पांचवें स्थान का स्वामी बुध श्रर्वण नक्षत्र में भाग्य के स्थान के बीच से पारगमन करेगा, जो एक अच्छा संकेत है। हालांकि, खलल, भ्रांति एवं अव्यवस्था पैदा करने वाला ग्रह राहु उस समय शेयर बाजार से संबंधित स्थान से गुजर रहा है। इसलिए बुध के शुभ भ्रमण के बावजूद भी बाजार के लिए बजट नकारात्मक एवं अप्रत्याशित रहेगा।
  • गोचर का मंगल सकारात्मक शुक्र के साथ युति में है तथा उसी समय अशुभ केतु के साथ भी होगा। इसके चलते आप बजट में रियल एस्टेट से जुड़ी कुछेक लुभावनी योजनाएं शामिल होने की उम्मीद रख सकते हैं।
  • वित्तीय मामलों के लिए बुध को सकारात्मक माना जाता है, जो इस समय अपनी अनुकूलित राशि के बीच से गुजर रहा है। यह सकारात्मक पारगमन परिवहन, सेना, छात्र वीजा, वित्तीय सेवाएं संबंधित क्षेत्रों में सकारात्मक बदलाव आने की संभावनाएं प्रकट कर रहा है।
  • सौम्य और उदार गुरू अपनी उच्च की राशि कर्क के बीच से गुजर रहा है। एवं स्वतंत्र भारत की कुंडली में पांच सकारात्मक एवं महत्वपूर्ण ग्रह बुध, चंद्रमा, सूर्य, शनि एवं शुक्र हैं, जो कर्क में हैं, अपने तीसरे स्थान में हैं।इसलिए गणेशजी ने पिछले बजट में भविष्यवाणी की थी कि हम 2015-16 बजट से उम्मीद कर सकते हैं। हम इसके लिए शेयर बाजार में आई तेजी को साक्ष्य के रूप में देख सकते हैं। आने वाले समय में,
  • भारत की कुंडली में गोचर का गुरू उपरोक्त पांच ग्रहों के ऊपर से मध्य जुलाई 2015 तक अपना पारगमन जारी रखेगा। तीसरे घर के बीच से गुरू का सकारात्मक पारगमन रेलवे, डाक सेवा, दूर संचार, प्रिंट मीडिया, कूरियर एवं कारगो इत्यादि के लिए काफी अच्छा रहने की संभावना है। बजट में उपरोक्त क्षेत्रों के लिए बहुत सारी योजनाएं आ सकती है।
  • भारत की लग्न राशि तथा छठे स्थान का स्वामी शुक्र है। बजट वाले दिन यह अपनी उच्च की राशि कर्क अर्थात ग्यारहवें स्थान के बीच से गुजरेगा, जो सकारात्मक संकेत दे रहा है। इसके कारण कपड़े, डेयरी उत्पादों (मक्खन, दूध), तरल दवाओं, शराब, सुपारी आदि के क्षेत्र में अच्छा विकास होने की संभावनाएं हैं। इसके अलावा, जब शुक्र ज्वलंत मंगल के साथ युति में होगा, तो हम सार्वजनिक विकास, परिवहन एवं पयर्टन, विज्ञान एवं तकनीक के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव की उम्मीद कर सकते हैं।
  • बजट वाले दिन चंद्रमा मिथुन राशि अर्थात वित्त के स्थान से गुजरेगा। यह भी एक सकारात्मक पारगमन है। हालांकि, उस दिन चंद्रमा अर्द्रा नक्षत्र में है, इसके कारण उसका सकारात्मक प्रभाव कम होगा। इस बात काफी संभावना है कि वित्त मंत्री यूनियन बजट को तैयार करने के दौरान टैक्स संचय, राजस्व घाटा, फिक्स्ड डिपॉजिट और प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के प्रवाह के बारे में विचार करेंगे। वित्त मंत्री विकास दर को अच्छी स्थिति में बनाए रखने के लिए अपनी तरफ से अच्छे प्रयास करेंगे।
  • इसके अलावा जब मध्य जुलाई 2015 के दौरान सौभ्य गुरू भारत की कुंडली के चौथे घर के बीच से पारगमन करेगा, तो सरकार का ध्यान कृषि, बुनियादी ढांचे, मशीनरी, पेट्रोलियम उत्पाद, डेयरी उत्पाद एवं चांदी उत्पाद पर इत्यादि पर अधिक रहेगा।

2015 में महत्वपूर्ण क्षेत्र :

  • भारत की कुंडली में वृषभ लग्न है एवं पहला स्थान है।
  • बजट पेश करने वाले दिन गणेशजी के अनुसार भारत की कुंडली में शनि की वेटेज ताकत1.58, शुक्र की 1.52 जबकि सूर्य की 1.39 होगी। इसको ध्यान में रखते हुए गणेशजी कह रहे हैं कि सबसे पहले शनि के प्रभाव वाले क्षेत्रों में अधिक लाभ की संभावना है। इसमें मशीनरी, कार, एलसीवी, एससीवी, एंसिलरी, भवन निर्माण सामग्री (सीमेंट, कंक्रीट आदि), खनन और खनिज ( जैसे कि लोहा, कोयला, जस्ता, सीसा, जस्ता), धातु कास्टिंग और फाउंड्री, कंप्रेशर्स, पंप्स, इलेक्ट्रोड, ग्रेफाइट, इंजीनियरिंग उत्पाद, फास्टनर, रबर, टायर आदि शामिल हैं। गणशेजी ग्रहों की दशा का विश्लेषण करते हुए आगे कहते हैं कि 2015-16 के बजट में निम्नलिखित क्षेत्रों में नए सुधार और नई योजनाएं आ सकती हैं।
  • लग्न तथा छठे स्थान (बीमारी का घर भी) का स्वामी शुक्र अपनी उच्च की राशि मीन के बीच से पारगमन करेगा, जो भारत की कुंडली में लाभ का स्थान है। इसलिए हम बजट में मल्टी-स्पेशियलिटी और सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों, नए मेडिकल कॉलेजों, मेडिकल और पैरा मेडिकल सुविधाओं आदि से संबंधित नीतियों और आवंटन में अच्छे की उम्मीद कर सकते हैं। कुल मिलाकर यह ग्रहीय पारगमन बजट के लिए काफी अच्छा है।
  • उच्च शिक्षा और दर्शन का वाचक गुरू अपनी उच्च राशि कर्क के बीच से गुजर रहा है, इसलिए पारगमन के प्रभाव में हम शिक्षा, उच्च शिक्षा, नए स्कूलों / कॉलेज / शिक्षण संस्थानों की स्थापान, कौशल विकास, व्यावसायिक प्रशिक्षण और धार्मिक संस्थाओं, लोकप्रिय तीर्थ स्थलों में बुनियादी ढांचे के सुधार आदि के सकारात्मक बदलाव के साक्षी बन सकते हैं।
  • शुक्र ग्रह के संदर्भ में कहा जाता है कि यह स्त्री ग्रह है, इसलिए खुशहाली एवं सामाजिक विकास पर विशेष ध्यान दिया जा सकता है। गणेशजी की अनुसार इस ग्रहीय चाल की प्रभाव में सरकार महिलाओं के विकास, उनकी शिक्षा, सुरक्षा एवं समाज में बराबरता के अधिकार पर विशेष ध्यान देगी। इसके अलावा बच्चियों के विकास पर ध्यान केंद्रित रह सकता है।
  • वर्तमान में मजबूत और प्रेरक ग्रह शनि मंगल स्वामीत्व वाली राशि वृश्चिक के बीच से गुजर रहा है , जो भारत की कुंडली के सातवें स्थान में है। कुंडली में सातवां स्थान गठजोड़ों और भागीदारी का प्रतिनिधित्व करता है। ग्रहीय स्थिति के अनुसार केंद्रीय बजट 2015-16 आवास, बुनियादी ढांचे, शहरी योजना और विकास पर ध्यान केंद्रित करेगा। इसके साथ ही, बजट के समय शनि भारत के जन्म के केतु के उपर से भ्रमण करेगा, जो संकेत दे रहा है कि सरकार का मुख्य उद्देश्य देश में से गरीबी बस्तियों को खत्म करना, मजदूर वर्ग का उद्धार करना होगा। इसलिए बजट में गरीबों के लिए अवास योजनाएं, कम कीमत के घर, स्वच्छ वातावरण, शौचालय सुविधा जैसी प्राथमिकताएं शामिल हो सकती हैं। इसके लिए सरकार निजी संस्थानों से हाथ मिलाने पर विचार कर सकती है, ताकि कार्यों को तीव्रता के साथ पूरा का किया जाए।
  • गोचर का मंगल एवं केतु (दोनों एक ही तत्व से हैं) दोनों बजट के दिन युति में हैं । मंगल ग्रह बिजली / विद्युत तरंगों का वाचक है। इसलिए इस बजट में ऊर्जा क्षमता को बढ़ाने के लिए योजनाएं लाने पर बल दिया जा सकता है। अर्थात इस समय सरकार बिजली उत्पादन बढ़ाने के लिए हर प्रकार के ऊर्जा स्रोतों के इस्तेमाल पर विचार कर सकती है। गणशेजी महसूस कर रहे हैं कि सरकार बिजली क्षेत्र से जुड़े तमाम कार्यों को ग्रांट या सब्सिडी दे सकती है।
  • बजट के आस पास भारत की कुंडली के वित्त संबंधित स्थान से गोचर का चंद्रमा गुजर रहा है। मंगल पहले से ही वहां पर मौजूद है। यह ग्रहीय स्थिति संकेत दे रही है कि आम लोगों घर ऋण एवं आमदनी कर में लाभ मिल सकता है। कुल मिलाकर कहें तो यह बजट आम आदमी को थोड़ी सी तो राहत प्रदान करेगा।

शेयर बाजार की बात करें तो इस समय राहु पारगमन भ्रम, अस्थिरता और अनिश्चितता की स्थिति बनाएगा, क्योंकिवर्तमान में राहु भारत की कुंडली के शेयर बाजार से जुड़े स्थान के बीच से गुजर रहा है। गणेशजी के अनुसार मार्च महीने में 9, 10, 11, 26एवं 31 तारीख काफी अस्थिरता वाली हो सकती है।

गणेशजी आपको ज़ीरो वेटेज डेट्स की सूची उपलब्ध करवा रहे हैं, इस समय के दौरान निफ्टी में अत्यधिक अस्थिरता, उतार-चढ़ाव, अनिश्चित और अप्रत्याशित की स्थिति रहेगी। कुछ अप्रिय घटनाएं घटित हो सकती हैं, जैसे कि भूकंप, सुनामी, आतंकवादी हमला, बाढ़ इत्यादि, जो बाजार को प्रभावित करेंगी। अस्थिरता वाली तारीखसूची नीचे दी गई है।

  • 09/03/15
  • 26/03/15
  • 31/03/15
  • 13/05/15
  • 20/05/15
  • 26/05/15
  • 29/06/15
  • 16/07/15
  • 17/07/15
  • 24/07/15
  • 19/08/15
  • 01/10/15
  • 15/12/15
  • 28/02/2015को चंद्रमा में अर्द्रा नक्षत्र के साथ साथ मिथुन में होगा, जो वायु तत्व राशि है।
  • अब तक छह बार इस तरह की परिस्थिति बन चुकी है, जब जब बजट पेश हुआ, चंद्रमा वायु तत्व राशि ( मिथुन, तुला, कुंभ) में रहा है।
  • बजट पेश होने के दौरान तीन बार बाजार सकारात्मक स्थिति में बंद हुआ एवं एक बार नकारात्मक स्थिति में।
  • जब इससे पहले बजट पेश करने के दौरान चंद्रमा मिथुन राशि में था तो बाजार नकारात्मक स्थिति में बंद हुआ था। इस संबंध में नीचे बनाए गए खाके में पूर्ण जानकारी है।

नीचे दिया गया अध्ययन आपको चंद्रमा की स्थिति बजट को किस तरह प्रभावित करती है के बारे में एक अच्छा दृष्टिकोण उपलब्ध करवाएगा। आप निम्न दिए अध्ययन को ध्यानपूर्वक देखें।

Budget No. Year Finance Minister Date MOON DATE OPEN HI LOW CLOSE point SENSEX % Trend
29 2015-2016 Arun Jaiteley 28/02/15 Mithun-adra 28. Feb. 2015
22 2009-2010 P CHIDAMBARAM 16-02-2009 Tula-visakha 16. Feb. 2009 9637 9637 9279 9305 -332 -3.44 negative
19 2006-2007 P CHIDAMBARAM 28-02-2006 Kumbha-satarka 28. Feb. 2006 10309 10423 10206 10370 62 0.6 positive
meen-p.bhadra 1. Mar. 2006 10369 10573 10344 10565 197 1.9 positive
18 2005-2006 P CHIDAMBARAM 28-02-2005 Tula-chitra 28. Feb. 2005 6584 6721 6546 6714 130 1.97 positive
16 2004-2005 JASWANT SINGH 03/02/04 Mithun-adra 3. Feb. 2004 5715 5715 5550 5621 -94 -1.65 negative
Mithun-punarvasu 4. Feb. 2004 5633 5770 5575 5757 124 2.19 positive
6 1996-1997 MANMOHAN SINGH 28-02-1996 Mithun-mrugsirsa 28. Feb. 1996 3536 3539 3492 3494 -42 -1.19 negative
Mithun-adra 29. Feb. 1996 3474 3474 3388 3392 -82 -2.37 negative

गणेशजी देश एवं देश नागरिकों को शुभेच्छाएं देते हैं।

गणेशजी के आशीर्वाद सहित,
श्री धर्मेश जोषी
गणेशास्पीक्स डॉटकॉम

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