https://www.ganeshaspeaks.com/hindi/

गुरु पूर्णिमा 2024: गुरु पूर्णिमा तिथि, पूजा विधि, महत्व और कथा

sddfa

गुरु की महिमा से भला कौन अनजान है। भारत में गुरु को ईश्वर से बड़ा माना है। हर साल आषाढ़ महीने की पूर्णिमा को भारत में गुरु पूर्णिमा उत्सव मनाया जाता है। 2024 में गुरु पूर्णिमा रविवार, 21 जुलाई, 2024 को आने वाला है। गुरु मोक्ष का मार्ग दिखाने वाले हैं। क बीरदासजी ने गुरु का महिमा का वर्णन कुछ ऐसे किया है-
गुरु गोविंद दोऊ खड़े, काके लागूं पांय।बलिहारी गुरु आपनो, गोविंद दियो बताएं।मतलब साफ है कि गुरु गोविंद से भी बड़ा है। जिन्होंने गोविंद का पता बता दिया।

गुरु पूर्णिमा 2024 : पूजा विधि और कथा

आप सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त हों।– घर में उत्तर दिशा में सफेद वस्त्र फैलाकर उस पर गुरु का चित्र रखें। यदि आपके गुरु आपके पास हैं या आश्रम में है, तो वहां पर उत्तर दिशा में यह पाट और कपड़ा बैठाएं।- आप अपना नाम, गौत्र का उच्चारण करके हाथ में जल लेकर गुरु पूजा का संकल्प लें।- भगवान विष्णु, भगवान शंकर का ध्यान करते हुए गुरु के चरण धोएं।- इस दिन सफेद या पीले वस्त्र पहनकर ही गुरु पूर्णिमा की पूजा करें।-इसके बाद गुरु को फूलों की माला अर्पित करें और उनकी प्रिय मिठाई का भोग लगाएं। यदि गुरु ने कोई मंत्र दिया है, तो उसकी कम से कम एक माला जरूर जपें। -गुरु को प्रणाम करके आशीर्वाद मांगें। गुरु के चित्र या साक्षात गुरु की आरती उतारकर उनसे आशीर्वाद मांगे। भगवान सत्यनारायण की कथा पढ़ें। गुरु पूर्णिमा वैसे तो गुरु की महिमा का उत्सव है, लेकिन पूर्णिमा होने के कारण इस दिन भगवान सत्यनारायण की पूजा का भी विशेष महत्व है। -गुरु पूर्णिमा पर अपने गुरु की पूजा करने के बाद भगवान सत्यनारायण की व्रत कथा पढ़कर एक समय उपवास रखने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। इस दिन भगवान वेद व्यास की पूजा का भी विशेष फल मिलता है।

गुरु पूर्णिमा 2024 – शुभ मुहूर्त

तिथि का समय:

  • पूर्णिमा तिथि आरंभ: 20 जुलाई 2024 को शाम 05:59 बजे
  • पूर्णिमा तिथि समाप्त: 21 जुलाई 2024 को दोपहर 03:46 बजे

गुरु पूर्णिमा कोट्स( teacher qoutes)

जिसने बनाया तुम्हें ईश्वर, गुरु का करो सदा आदर अक्षर ज्ञान ही नहीं, गुरु ने सिखाया जीवन ज्ञान, गुरुमंत्र को कर आत्मसात, हो जाओ भवसागर पार। एक तुम्हीं आधार सद्गगुरु, करा दो भवसागर पार।

गणेशजी के आशीर्वाद सहित
गणेशास्पीक्स डाॅट काॅम

ये भी पढ़ें-
सावन में राशि के अनुसार करें भगवान शिव की पूजा

क्या है सावन सोमवार के व्रत, कथा और पूजा का महत्व
राहु की महादशा के उपाय

Continue With...

Chrome Chrome