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मंगल, गुरू और केतु की धनु राशि में महायुति, विस्तार से जानिए मेष राशि पर पड़ने वाले प्रभाव

मंगल, गुरू और केतु की धनु राशि में महायुति, विस्तार से जानिए मेष राशि पर पड़ने वाले प्रभाव

ब्रह्मांड में ज्ञात बारह राशियों में भ्रमण करते ग्रह कभी-कभी किसी विशेष परिस्थिति में एक ही राशि में एकत्र हो जाते है। ज्योतिष में इस तरह के विशेष संयोग को बेहद महत्वपूर्ण और प्रभावी माना गया है। जब एक ग्रह किसी अन्य ग्रह के साथ संयोजन करता है, तो दोनों के मिले-जुले प्रभाव उस राशि और राशिचक्र की अन्य राशियों को भी प्रभावित करते है। सौरमंडल में अपनी परिधि पर घूमते हुए एक ही राशि में अन्य ग्रहों के साथ भ्रमण करने की यह विशेष परिस्थिति जातक के जीवन के कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों को प्रभावित करने का काम करती है। कुंडली में इन ग्रहों की स्थिति अर्थात इन ग्रहों का संयोजन कुंडली के किस भाव में हो रहा है, और ग्रह किन ग्रहों के साथ योग कर रहा है। इस दौरान बलशाली ग्रहों के साथ यदि छोटे और कम प्रभावी ग्रह हो तो तब और यदि समान बलशाली और प्रभावी ग्रहों का संयोजन हो रहा हो तब प्रभाव की गणना अलग-अलग तरह से की जाती है।

8 फरवरी 2020 से ग्रहों का ऐसा ही एक संयोजन धनु राशि में निर्मित हो रहा है। इस संयोजन के दौरान गुरू, मंगल और केतु अग्नि तत्व की राशि धनु में एक साथ मौजूद रहने वाले है। धनु में तीन ग्रहों की यह तिकड़ी मार्च के अंत तक जारी रहेगी। 22 मार्च के लगभग जब मंगल अपनी राशि परिवर्तित कर धनु से मकर में प्रवेश करेंगे, तब इस महायुति का विघटन शुरू हो जाएगा। आइये, जानते है डेढ़ महीने तक जारी रहने वाली मंगल, गुरू और केतु की तिकड़ी मेष राशि जातकों के जीवन पर क्या प्रभाव डालने वाली है।
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करियर

इस दौरान करियर में कुछ उतार-चढ़ाव देखने को मिलेंगे। इस दौरान आप नौकरी के सिलसिले में लंबी-लंबी यात्राएं कर सकते है। इस अवधि के दौरान नौकरी में आपका स्थानांतरण या परिवर्तन भी हो सकता है। इस दौरान करियर से संबंधित मामलों में आपको कड़ी मेहनत करनी पड़ सकती है। आपके उच्च अधिकारी आप पर लगातार बेहतर प्रदर्शन करने का दबाव बना सकते हैं।

व्यापार-व्यवसाय

व्यापार, व्यवसाय पर मंगल, गुरू और केतु की इस तिकड़ी का औसत प्रभाव देखने को मिलेगा, इस दौरान आपको व्यापार से संबंधित किसी भी कार्य को सतही तौर नहीं करने की सलाह दी जाती है। मतलब इस दौरान आपको व्यापार से संबंधित सभी कार्य गहरी समझ के साथ पूरे करने होंगे। इस दौरान कोशिश करें कि अपने कर्मचारी या साझेदारों के संग किसी पुराने मुद्दे को लेकर समय बर्बाद न हो। मंगल, गुरू और केतु की तिकड़ी के दौरान आपको अपनी मेहनत का उचित फल भी ज़रूर मिलेगा।

प्रेम संबंध

मंगल, गुरू और केतु के महासंयोग के दौरान प्रेम संबंध से संबंधित कोई भी फैसला जल्दबाजी में लेने से बचें, क्योंकि ऐसा करने से आपके प्रेम संबंधों मे खलल पड़ सकता है। आप अपने रिश्ते को मजबूत करने की उम्मीद कर सकते है। हालांकि इस अवधि में अपने रिश्ते को अगले स्तर पर ले जाने के लिए आपको धीरे-धीरे आगे बढ़ना होगा।

निजी जीवन व वैवाहिक संबंध

गुरू, मंगल और केतु के महासंयोजन का निजी जीवन व वैवाहिक संबंधों पर सकारात्मक प्रभाव ही देखने को मिलने वाला है। इस दौरान आप में ऊर्जा का निरंतर संचार होने वाला है, लेकिन आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आप इसका उपयोग सही दिशा में अपने पारिवारिक और वैवाहिक जीवन को बेहतर बनाने में करने वाले है। इस अवधि के दौरान आप अपने रिश्ते में अधिक विस्तारवादी, गर्म और अंतरंग बन जाएंगे और आपके घरेलू जीवन पर इस संयोजन के प्रभाव से सुख और शांति बनी रहेगी।

स्वास्थ्य

मंगल, केतु और गुरू का संयुक्त संयोजन मेष जातकों के जीवन पर औसत प्रभाव डालता नजर आता है। लेकिन इस दौरान ग्रहों की यह तिकड़ी आपके स्वास्थ्य पर उतने अनुकूल प्रभाव नहीं डालने वाली जितने जीवन के दूसरे क्षेत्रों में आपको मिलने वाला है। इसलिए इस दौरान किसी भी प्रकार की अति से बचने की सलाह है। अपने खाने-पीने की आदतों में सुधार लाने का प्रयास करें और पर्याप्त नींद लेने की कोशिश करें। इस समयावधि के दौरान आपको घबराहट और चिड़चिड़ेपन की भी शिकायत हो सकती है। इसलिए दिन में 15 से 20 मिनट का समय व्यायाम और प्राणायाम जैसे लाभकारी चीजों पर खर्च करें।
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गणेशजी के आशीर्वाद सहित,
गणेशास्पीक्स डाॅट काॅम

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