भारतीयों की बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल से बड़ी उम्मीदें हैं। इन्होंने वर्ष 2012 के दौरान लंदन में आयोजित ओलंपिक में ब्रोंज मेडल जीता। साइना ने रियो ओलंपिक में भाग लेने के लिए अपने भीतर काफी सुधार किए। भारत के राष्ट्रीय ध्वज को मंच पर हमेशा से ही ऊपर देखने के इच्छुक रही साइना ने कई खिताब हासिल किए। ये पहली एेसी भारतीय महिला है जिन्होंने दुनिया की नंबर एक बैडमिंटन खिलाड़ी बनने का श्रेय प्राप्त किया। इन्होंने विश्व जूनियर बैडमिंटन चैंपियनशिप और वर्ष 2009में इंडोनेशिया ओपन का खिताब भी जीता। गणेशजी को यकीन है कि साइना रियो ओलंपिक में पदक जीतने में कामयाबी हासिल करेगी, पर स्वर्ण पदक जीतना इनके लिए एक लंबा सफर साबित हो सकता है।
साइना हरवीर सिंह नेहवाल – बैडमिंटन प्लेयर, पद्म भूषण पुरस्कार विजेता
जन्मदिनः 17 मार्च, 1990
जन्म स्थानः हिसार, हरियाणा, भारत
साइना नेहवाल की सूर्य कुंडली
साइना के सितारेः
भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल की सूर्य कुंडली में शनि आत्मकारक होने के साथ ही वर्गोत्तम भी है। कारकांश में शनि गुरू के साथ मिलकर विलक्षण राजयोग का निर्माण कर रहा है। इस तरह के मजबूत ग्रहों के विन्यास के कारण इनके भीतर काफी धीरज, अव्यक्त शक्ति और ऊर्जा है। इनकी शारीरिक शक्ति और मानसिहक सहनशक्ति वास्तव में उल्लेखनीय है।
इनकी कुंडली में मंगल उच्च का है। शक्तिशाली मंगल हमेशा से ही खिलाड़ियों के लिए वरदान स्वरूप रहा है। यह इन्हें आक्रामक बनाने के साथ ही प्रतिद्वंद्वियों को जीत के लिए निर्धारित क्षमता प्रदान करता है। इसके अलावा, मजबूत मकर का असर इन्हें संसाधन संपन्न, दृढ़ निश्चयी, कठोर व जिद्दी बनाता है।
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इनके चार्ट में एक और महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि बुध और बृहस्पति एक दूसरे के साथ स्थान परिवर्तन कर रहे हैं। यह स्थिति इंगित करती है ये बिना किसी चीज में कमी लाए खेल की योजना सुचारू रूप से बनाती हैं और एक अच्छा परिणाम देने में सक्षम हैं।
कुंडली में गोचर का बृहस्पति आत्मकारक शनि को देख रहा है। इनकी कुंडली के अनुसार शनि इनकी असली ताकत है। 12 अगस्त, 2016 से गोचर का गुरू इनकी काफी मदद करेगा। ये अपनी लय फिर से हासिल कर सकेंगी। चूंकि, ये अभी शनि साढ़ेसाती के मध्य दौर से गुजर रही हैं, इसके कारण इनको कड़े प्रतिरोध का सामना करना पड़ सकता है। वांछित सफलता प्राप्त करने में इनको मुश्किलें हो सकती हैं। बैडमिंटन कोर्ट पर ये दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों से भिड़ेंगी, परंतु फिर भी प्राप्त संकेतों के अनुसार ये भारत के लिए पदक अवश्य जीत सकती हैं। हालांकि, इनके लिए स्वर्ण पदक जीतना मुश्किल प्रतीत होता है।
गणेशजी के आर्शीवाद सहित,
तन्मय के ठाकर,
गणेशास्पीक्स डाॅट काॅम