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ग्रह दे रहे India vs Pak युद्घ के संकेत 

भारत और पाकिस्तान (India vs Pak) ऐसे देश जो पिछले लंबे एक-दूसरे के विपक्ष में है, वो एक बार फिर से सीमा पर लगातार बढ़ रहे विवाद के कारण अशांतिपूर्ण संकट की स्थिति का सामना कर रहे हैं। सीमा पर विवाद पिछले लंबे समय से चल रहा है। हालांकि, ज्यादातर समस्या सीमा के दूसरी ओर से होती रही है। चाहे वाे आतंकवादियों की घुसपैठ का मामला हो या फिर पाक सैनिकों द्वारा लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन करना। इस तरह की अन्य कई करतूतें जैसे कि खासतौर से जम्मू और कश्मीर के इंटरनेशनल बाॅर्डर पर शांति बनाए नहीं रखने देने जैसी घटनाएं पड़ोसी देश के इरादों को बखूबी बयां करती हैं। हाल ही में हुए उरी अटैक के बाद दोनों देशों (India vs Pak) के बीच स्थितियां पहले से भी बदतर हो गई हैं। पाकिस्तान से ताल्लुक रखने वाला आतंकवादी संगठन, जैश-ए-मोहम्मद द्वारा अंजाम दी गई इस घटना में 19 भारतीय जवान शहीद हो गए। हालांकि, भारतीय सेना ने दुश्मन के इस दुस्साहस का मुंह तोड़ जवाब दिया, जिसकी विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय नेताओं ने भी सराहना की। लेकिन सभी के मन में फिलहाल यही सवाल उठ रहे है कि भारत-पाक के बीच चल रही ये लड़ाई आखिर किस अंजाम पर पहुंचेगी ? क्या फिर से कारगिल युद्घ जैसे हालात बन सकते हैं? आने वाले समय में स्थितियां क्या रूप लेंगी? आइए इस बारे में विस्तार से इस लेख में जानते हैं।


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गणेशजी का कहना है कि सितारों की माने तो नवम्बर 2016 से जनवरी 2017 के मध्य तक कारगिल युद्घ से भी ज्यादा गंभीर हालात बनने का खतरा है।


भारत-पाकिस्तान और ज्योतिषीय अनुमानः


विश्लेषण के लिए आधारः

स्थिति का गहराई से विश्लेषण करने के लिए गणेशजी ने भारत और पाक दोनों देशों के स्थापना चार्ट का विश्लेषण किया है।


मंगल ग्रह की भूमिका -ब्रह्मांड का सेनापति:

दोनों कुंडलियों का तुलनात्मक अध्ययन करने के बाद गणेशजी बताते है कि भारत वर्तमान में चंद्र की महादशा और मंगल की अंतर्दशा से प्रभावित है। भारत के स्थापना चार्ट में, मंगल सातवें भाव का स्वामी है, जो कि युद्घ का भाव है। इसलिए, मंगल का गोचर फरवरी 2017 तक इस तरह की कार्यवाहियों को काफी बढ़ा सकता है। आक्रामकता का ग्रह, मंगल सशस्त्र बलों और रक्षा मामलों से संबंधित मामलों का प्रतिनिधित्व करता है। इस ग्रह का अग्नि तत्व वाली धनु राशि में से पारगमन करना अत्यधिक तनाव बढ़ने का संकेत देता है। वर्तमान में यह मंगल भारत की स्थापना कुंडली के अष्टम भाव से होकर गुजर रहा है और चार्ट के द्वितीय भाव में इनके जन्म के मंगल के ऊपर अपनी दृष्टि डाल रहा है। इस तरह से देखा जाए तो मंगल का उग्र प्रभाव दोनाें देशों के बीच तनाव को बढ़ाता रहेगा।


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मंगल का बढ़ता प्रभाव दर्शाता है कि उग्रता, अशांति और आक्रामकता प्रतिद्वंदियों के बीच मुख्य जगह बनाएगी।


कुंभ राशि में मंगल और केतु की युति और अधिक आतंक और खतरनाक स्थितियों की ओर इशारा कर रही हैं। 21 नवम्बर 2016 से 10 जनवरी, 2017 तक का समय दोनों देशों के लिए अत्यधिक संवेदनशील और महत्वपूर्ण रहेगा। बढ़ती आतंकी गतिविधियों और खतरों के कारण आंतरिक और बाहरी सुरक्षा बलों पर अत्यधिक दबाव रहेगा। ये सीमा क्षेत्र में गंभीर संघर्ष बढ़ा सकती हैं। कारगिल युद्घ जैसी स्थितियां बनने की भी आशंका है। ग्रहों की स्थिति अनिष्टसूचक नजर आ रही है। यहां तक कि प्राकृतिक आपदाएं भी समस्या पैदा कर सकती हैं। क्या आपको अपने कैरियर में कुछ समस्याएं आ रही हैं? या आप ये जानने हेतु उत्सुक है कि आपके जीवन में तीव्र प्रगति कब होगी? तो, आप हमारी व्यक्तिगत रिपोर्ट व्यवसाय एक प्रश्न पूछें द्वारा विशेषज्ञ सलाह और प्रभावी समाधान प्राप्त करें।

पाकिस्तान की कुंडली में प्रतिकूल दशा से ज्यादा गंभीर स्थिति के संकेत


पाकिस्तान के मामले में ग्रहों के विन्यास की बात करें, तो यह वर्तमान में शुक्र की महादशा और राहु की अंतर्दशा से प्रभावित है। शुक्र, राहु-केतु की दशा अत्यंत महत्वपूर्ण रहेगी। साथ ही, गोचर का मंगल, लग्न के स्वामी मंगल और चंद्र दोनों पर दृष्टि डाल रहा है। यह पाकिस्तान के नेताओं और सेना की ओर से विस्फोटक और अनर्गल प्रतिक्रियाओं की ओर इंगित कर रहा है। लेकिन , खासतौर से 21 नवम्बर 2016 से 10 जनवरी 2017 तक के समय में पाकिस्तान की ओर से ‘दुस्साहस’ की उम्मीद से इंकार नहीं किया जा सकता।

प्रतिद्वंद्वियों द्वारा लड़ाई के लिए उतारू होना- युद्घ का संकेत
इस प्रकार से जनवरी 2017 तक स्थिति अत्यधिक तनावपूर्ण रहेगी और दोनो ओर से ‘मुकाबले की तत्परता’ पड़ौसियों के बीच एक गंभीर टकराव उत्पन्न कर सकती है।

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गणेशजी के आशीर्वाद सहित,
तन्मय के ठाकर
गणेशास्पीक्स डाॅट काॅम