शुक्र का मीन राशि में गोचर आपकी राशि को कैसे प्रभावित करेगा?

शुक्र का मीन राशि में गोचर आपकी राशि को कैसे प्रभावित करेगा?

15 अप्रेल 2019 की मध्य रात्रि के बाद रात 1.18 बजे शुक्र ने अपना राशि परिवर्तन किया है और अब वह मीन राशि में गोचर कर रहा है। मीन राशि में शुक्र उच्च होते हैं। इसलिए मीन राशि के जातकों के लिए यह गोचर विशेष तौर पर लाभदायी साबित होगा। शुक्र को भोगविलास व दाम्पत्य का कारक माना जाता है। शुक्र का उच्च राशि में होना इसके कारक क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए अनुकूल होगा। इस गोचर का सभी 12 राशियों पर प्रभाव पड़ता है। ऐसे में शुक्र के इस गोचर का आपकी राशि पर कैसा प्रभाव होगा, आइए जानते हैं।

अगर आप भी शुक्र के अशुभ प्रभाव से पीड़ित हैं तो हमारे ज्योतिषियों से बात कर इसका निदान प्राप्त कर सकते हैं।


मेष राशि

मेष राशि वाले जातकों के लिए शुक्र का गोचर लाभदायी होगा। दोस्तों से लाभ होगा। आर्थिक उन्नति होगी। भोग-विलास के संसाधन उपलब्ध होंगे और शैय्या सुख प्राप्त होगा।


वृष राशि

वृष राशि वालों को धन लाभ के साथ ही कार्यों में भी सफ़लता प्राप्त होगी। प्रेम संबंधों में भी उन्हें सफलता मिलेगी। जीवनसाथी का पूर्ण सहयोग मिलेगा।


मिथुन राशि

शुक्र के गोचर के कारण मिथुन राशि वाले लोगों को शारीरिक कष्ट के साथ ही मानसिक चिंता में वृद्धि होगी। कार्यक्षेत्र में भी बाधाएं उत्पन्न होंगी। यही नहीं बेकार के कार्यों पर खर्च होगा। रिश्तेदारों से भी विवाद होगा।


कर्क राशि

शुक्र का गोचर कर्क राशि वालों के लिए हर तरह से लाभदायी होगा। सभी कार्यों में सफलता मिलेगी। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। दोस्तों और संबंधियों से लाभ और सहयोग मिलेगा। इस दौरान भाग्य का भी पूरा साथ मिलेगा।


सिंह राशि

सिंह राशि वालों के लिए भी शुक्र का गोचर लाभदायी होगा। धन लाभ होगा और परेशानियों से निजात मिलेगी। संबंधियों से लाभ होगा। उत्तम दाम्पत्य सुख की प्राप्ति होगी।


कन्या राशि

शुक्र का गोचर कन्या राशि वालों के लिए कोई खास अनुकूल नहीं होगा। इस अवधि में उन्हें परिश्रम का उचित फल नहीं मिलेगा। प्रतिष्ठा पर आंच आ सकती है। जीवनसाथी से विवाद और धनहानि होगी। मूत्र संबंधी रोग से परेशान रहेंगे।


तुला राशि

शुक्र के गोचर के प्रभाव से तुला राशि वाले परेशानी में घिरे रहेंगे। उनके शत्रु प्रभावी होंगे। पार्टनरशीप में नुकसान होगा। दुर्घटना की भी संभावना बनी रहेगी। यही नहीं जीवनसाथी के साथ भी मतभेद हो सकता है।


वृश्चिक राशि

शुक्र का यह गोचर वृश्चिक राशि वालों को पुत्र से लाभ दिलाएगा। धन की प्राप्ति के साथ ही मान-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। पुत्र जन्म के योग बनेंगे। प्रेम संबंधों के साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता मिलेगी।


धनु राशि

शुक्र के गोचर के कारण आर्थिक लाभ के अवसर प्राप्त होंगे। सम्पत्ति प्राप्ति के योग बनेंगे। वाहन सुख प्राप्त होगा। माता से लाभ होगा। मन प्रसन्न व आनंदित रहेगा। सगे – संबंधियों से भी लाभ होगा।


मकर राशि

मकर राशि वालों के लिए शुक्र का गोचर शुभ साबित होगा। जातकों के साहस और पराक्रम में वृद्धि होगी। धन लाभ के साथ ही भाग्योदय भी होगा। कार्यक्षेत्र में अधीनस्थों का सहयोग प्राप्त होगा। भाई-बहनों का भी सहयोग मिलेगा।


कुंभ राशि

कुंभ राशि वालों को धन लाभ होगा। स्वास्थ्य बेहतर रहेगा। संतान प्राप्ति के योग बनेंगे। विद्यार्थियों की पढ़ाई में रुचि बढ़ेगी और उन्हें परीक्षा में सफलता मिलेगी। स्त्री सुख प्राप्त होगा।


मीन राशि

मीन राशि वालों के लिए भी शुक्र का गोचर लाभदायी होगा। व्यापार में लाभ होगा और धन की प्राप्ति होगी। अविवाहितों के विवाह के योग बनेंगे। संतान की प्राप्ति होगी। विद्यार्थियों की पढ़ाई में रुचि होगी। महिलाओं से लाभ होगा।

खराब शुक्र देता है संकेत

शुक्र ग्रह अगर अशुभ हो तो, इसका संकेत आपको खुद ही मिलने लगता है। शुक्र के अशुभ होने की स्थिति में जातक का अंगूठा बिना किसी बीमारी के ही बेकार हो जाता है। बार-बार स्वप्न-दोष और त्वचा संबंधी रोग होने लगता है। शुक्र आपकी सुंदरता से भी जुड़ा हाेता है। ऐसे में इसके अशुभ प्रभाव से आपके चेहरे की की लालिमा कम हो जाएगी।


शुक्र के अशुभ प्रभाव को कम करने के उपाय

– शुक्रवार का व्रत रखने से लाभ होता है।

– अपने भोजन से पहले गाय को खिलाना चाहिए।

– माता लक्ष्मी की उपासना करना फायदेमंद होता है।

– सफेद एवं साफ वस्त्र धारण करना चाहिए।

– शुक्रवार को शुक्र से संबंधित वस्तुओं (श्वेत वस्त्र, सौंदर्य सामग्री, इत्र, चांदी, शक्कर, दूध-दही, चावल, घी, स्फ़टिक, सफेद पुष्प) आदि का दान करना लाभदायी होता है।

– शुक्रवार के दिन ब्राह्मणों को श्वेत मिष्ठान या खीर खिलाना फायदेमंद होगा।

– शुक्रवार को मंदिर में तुलसी का पौधा लगाना भी शुभ होता है।

– प्रत्येक शुक्रवार चींटियों को आटा में पिसी हुई शक्कर मिलाकर खिलाएं।

– ॐ शुं शुक्राय नम: का जाप करना चाहिए।

– किसी दूसरे का पालन-पोषण करना भी खराब शुक्र को मजबूती प्रदान करता है।

– शुक्रवार का व्रत रखना शुरू करें।

– गणपति पूजन से भी शांति का अनुभव होगा।

– शुक्र के अशुभ प्रभाव की स्थिति में राशि और नक्षत्रों के अनुसार रत्न धारण करने से लाभ होता है।

श्रीगणेशजी के आशीर्वाद के साथ

गणेशास्पीक्स



Continue With...

Chrome Chrome