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30 मार्च से एक राशि ही में होंगे गुरू, मंगल और शनि, जानिए आपकी राशि को कैसे करेंगे प्रभावित

30 मार्च से एक राशि ही में होंगे गुरू

मनुष्य या मानव जाति पर ग्रह, नक्षत्रों और राशियों के प्रभाव से हम भलिभांति परिचित है। लेकिन कई बार अपने निश्चित मार्ग पर निश्चित गति से भ्रमण करते ग्रह किसी खास राशि में एक साथ एकत्र हो जाते हैं। एक या एक से अधिक ग्रहों के एक राशि में एकत्र होने की घटना को वैदिक ज्योतिष में युति, महायुति, संयोजन या महा संयोजन जैसे नामों से जाना जाता है। ऐसे संयोजन ग्रहों की संख्या और उनकी क्षमता के आधार पर प्राणी मात्र पर प्रभाव डालने का कार्य करते हैं। जब किसी राशि में ग्रहों की संख्या एक से अधिक हो जाती है, तो उनमें घर्षण भी बढ़ने लगता है, लेकिन कई बार एक राशि में तीन, चार या पांच से भी अधिक ग्रह एकत्र हो जाते हैं। एक राशि में कई ग्रहों का एकत्र होना ज्योतिषीय दृष्टिकोण से बेहद महत्व रखता है। ऐसी स्थिति में आम जन मानस पर इन ग्रहों के मिश्रण और अनिश्चित प्रभाव देखने को मिलते हैं।

मौजूदा स्थिति की बात करें तो आगामी 30 मार्च से एक ऐसा ही महासंयोजन मकर राशि में तैयार हो रहा है। फिलहाल मकर राशि में मंगल और शनि युति बनाए बैठे हैं, लेकिन आगामी 30 मार्च को गुरू के मकर गोचर के साथ ही मकर राशि में जारी मंगल और शनि की युति महायुति में परिवर्तित हो जाएगी। मकर में गुरू, मंगल और शनि की महायुति 2020, 30 मार्च से प्रभावी होने वाली है। मकर राशि में गुरू, मंगल और शनि का यह महासंयोजन आगामी 4 मई तक जारी रहने वाला है। मकर राशि में तीन महत्वपूर्ण और शक्तिशाली ग्रहों की उपस्थिति राशिचक्र के माध्यम से प्राणी मात्र पर कई तरह से शुभाशुभ प्रभाव डालने का कार्य करने वाली है। गणेशास्पीक्स के अनुभवी ज्योतिषियों ने विभिन्न राशियों पर पड़ने वाले महासंयोजन के प्रभावों विस्तार से अपने पाठकों तक पहुंचाने का कार्य किया है।

मेष राशि

मकर राशि में मंगल, गुरू और शनि का महासंयोजन 2020 चंद्र राशि मेष कुंडली के दसवें भाव में तैयार हो रहा है। कुंडली का दसवां भाव कर्म स्थान होकर, कर्म, व्यापार, करियर, पद, वैभव, समृद्धि, सर्वोच्च सत्ता पद, सार्वजनिक जीवन और मान-सम्मान से संबंध रखता है। कुंडली का दसवां भाव केंद्रीय भाव का हिस्सा होकर बेहद ही महत्वपूर्ण भाव है। मेष कुंडली के दसवें भाव में तैयार हो रही मंगल, गुरू और शनि की महायुति 2020 जातक के जीवन के लगभग सभी महत्वपूर्ण क्षेत्रों को प्रभावित करने वाली है। मकर राशि में मंगल, गुरू और शनि का संयोजन 2020 मेष राशि जातकों के करियर पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है। इस दौरान करियर और पेशेवर जीवन में भी आपको बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है। कार्यस्थल पर कड़ी मेहनत और गंभीर प्रयास के बाद ही सफलता मिलने की संभावना है। हालांकि इस दौरान आपको विदेशी परियोजनाओं से जुड़ने का मौका भी मिल सकता है। महासंयोजन के दौरान मेष जातकों को अपने पिता के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखने की सलाह है। रहस्मयी विषयों पर खर्च होने की संभावना है, कुछ वित्तीय बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है। प्रेम संबंधों पर भी महासंयोजन के प्रतिकूल प्रभाव देखने को मिलेंगे, इस दौरान अपने साथी के विचारों का सम्मान करें।

वृषभ राशि

मकर राशि में शनि, मंगल और गुरू का महासंयोजन 2020 चंद्र राशि वृषभ कुंडली के नौवें भाव में तैयार हो रहा है। कुंडली का नौवां भाव भाग्य स्थान होकर, धर्म, गुरू, आध्यात्मिक भाव, विदेश यात्रा, वैभव, सन्यास और दक्षिण भारत में इसे पिता के स्थान के रूप में मान्यता प्राप्त है, वहीं उत्तर भारत में पिता का स्थान दसवां माना जाता है। मकर राशि में शनि, मंगल और गुरू की महायुति 2020 करियर के लिहाज से प्रतिकूल दिखाई देती है। इस दौरान कार्य स्थल पर आक्रामकता बढ़ेगी, जिससे नौकरी या पेशवर जीवन में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। इस दौरान परिस्थितियां आपको नौकरी बदलने पर मजबूर कर सकती हैं। हालांकि इस दौरान वित्तीय स्थिति के बेहतर रहने की उम्मीद है, इस दौरान वृषभ राशि जातक सिर्फ अपनी योग्यता के आधार पर ही वित्तीय लाभ प्राप्त कर सकते हैं। मकर राशि में शनि, मंगल और गुरू का संयोजन 2020 वृषभ राशि जातकों के प्रेम संबंधों के लिए अनुकूल परिस्थितियों का निर्माण करते दिखाई देता है। इस दौरान प्रेम संबंधों में गर्मजोशी और प्रेम स्नेह बढ़ने की संभावना है। इस दौरान आप अपने प्रेम संबंधों को लेकर मानसिक रूप से पूरी तरह स्पष्ट और सकारात्मक रहेंगे। हालांकि इस दौरान वृषभ जातकों को अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहते हुए, हर छोटी बड़ी स्वास्थ्य समस्या को गंभीरता से लेने का प्रयास करना चाहिए। क्योंकि मकर राशि में शनि, मंगल और गुरू की युति 2020 वृषभ जातकों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है।

मिथुन राशि

मकर राशि में गुरू, शनि और मंगल का महासंयोजन 2020, चंद्र राशि मिथुन कुंडली के आठवें भाव में तैयार हो रहा है। कुंडली का आठवां भाव आयुष्य भाव के नाम से जाना जाता है, इसका संबंध जातक की मृत्यु, विरासत, दुर्घटना, भयंकर नुकसान, वैराग्य, आत्महत्या, अप्रत्याशित मौत, भूमि गत धन, अकास्किम धन लाभ, रहस्य विद्या, लंबी बीमारी और महिलाओं के लिए पति की उम्र से संबंध होता है। गुरू, शनि और मंगल की महायुति 2020 मिथुन राशि जातकों को पेशेवर और करियर के मोर्चे पर तनावपूर्ण स्थिति का निर्माण कर सकती है। इस दौरान कार्यस्थल पर सहकर्मियों से सहयोग नहीं मिलेगा, जिससे कार्यस्थल पर मुश्किलें बढ़ने की संभावना है। महायुति 2020 के दौरान आपको प्रेम संबंधों को लेकर सावधान रहने की जरूरत है। क्योंकि इस दौरान धीरे-धीरे रिश्तों के नकारात्मक रूप से बदलने की संभावना है। यह अवधि मिथुन जातकों के रिश्तों की परीक्षा लेने का कार्य करेगी। स्वास्थ्य के मुद्दे पर भी सावधान रहें, इस दौरान पीठ और कंधों से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

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कर्क राशि

मकर राशि में मंगल, गुरू और शनि का महासंयोन 2020 चंद्र राशि कर्क कुंडली के सातवें भाव में तैयार हो रहा है। कुंडली का सातवां भाव बेहद महत्वपूर्ण और प्रभावी स्थान है, इसे कलत्र स्थान के नाम से भी जाना जाता है। सातवें भाव का संबंध पति, पत्नी, हिस्सेदार, साझेदार, दांपत्य सुख, सार्वजनिक एवं सामाजिक जीवन, प्रजनन अंग, तलाक और समुद्री सफर से होता है। मंगल, गुरू और शनि की महायुति 2020 कर्क राशि जातकों पर औसत प्रभाव डालने वाली है। इस दौरान कर्क राशि जातक आर्थिक तौर पर स्थिरता प्राप्त कर सकते हैं। इस दौरान किए गए निवेश आपको भविष्य में अच्छे रिटर्न दे सकते हैं। बेहतरीन कमाई के अवसर मिलने की पूरी संभावना है। प्रेम संबंधों की बात करें तो महायुति के प्रभाव में कर्क राशि जातक किसी खास व्यक्ति के प्रति मजबूत आकर्षण और लगाव महसूस कर सकते हैं। अपने प्रेम को प्राप्त करने की प्रबल इच्छाएं आपको प्रभावित करेंगी। जो जातक फिलहाल प्रेम संबंधों में हैं, उनके लिए यह दौर सुखमयी और प्रेम पूर्ण रहने वाला है। हालांकि आपको करियर और स्वास्थ्य के मुद्दे पर विशेष ध्यान देने की कोशिश करनी चाहिए। इस दौरान आपको करियर या पेशेवर जीवन में तनाव का सामना करना पड़ सकता है। कार्य स्थल पर संवाद के समय अपने शब्दों का चयन बेहद सावधानी और धैर्य के साथ करना चाहिए। इस दौरान आपके गंभीर प्रयास और कड़ी मेहनत आपको करियर के मोर्चे पर लाभ देने का कार्य कर सकती है। स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें, और अधिक जोखिम भरे शारीरिक कार्य करने के बचें। मानसिक शांति बनाए रखने के लिए अपने खाने और सोने के समय का विशेष ध्यान रखें।

सिंह राशि

मकर राशि में शनि, गुरू और मंगल का महासंयोजन 2020 चंद्र राशि सिंह कुंडली के छठे भाव में तैयार हो रहा है। कुंडली का छठा भाव शत्रु स्थान होकर, जीवन की पीड़ा, रोग की अवधि, शत्रु, दैनिक कार्य, बीमारी, कर्ज, उधार लेन-देन और ऑपरेशन जैसे संवेदनशील क्षेत्रों से संबंध रखता है। शनि, गुरू और मंगल की महायुति 2020 सिंह राशि जातकों के लिए कुछ खास अनुकूल स्थितियों का निर्माण करती दिखाई नहीं देती। इस दौरान वरिष्ठ या उच्च अधिकारियों से रिश्ते तनावपूर्ण होने की संभावना है। हालांकि आप अपनी कड़ी मेहनत और गंभीर प्रयासों के कारण अपना स्थान सुरक्षित रख पाएंगे। वित्तीय स्थिति की बात करें, तो इस दौरान किसी नये निवेश में जाने की जगह आपको अपने पुराने निवेश की समीक्षा करनी चाहिए। प्रेम संबंधों और रिश्तों में अधिक तनावपूर्ण स्थिति से बचने के लिए अपने साथी के साथ अनावश्यक बहस में पड़ने से बचना चाहिए। उनके विचारों का सम्मान करते हुए गलतफहमियों से बचने का प्रयास करना चाहिए। स्वास्थ्य के मोर्चे पर खुद को स्थिर रखने के लिए हल्का व्यायाम और योग साधना के लिए कुछ समय निकालें।

कन्या राशि

मकर राशि में तैयार हो रहा मंगल, गुरू और शनि का महासंयोजन 2020 चंद्र राशि कन्या कुंडली के पांचवें भाव में हो रहा है। कुंडली का पांचवां भाव संतान व विद्या भाव के नाम से जाना जाता है, इसका संबंध संतान के व्यवहार, जन्म और सुख से होता है, साथ ही यह भाव मंत्र-तंत्र, ज्ञान, गूढ़ ज्ञान, उपासना, सट्टा, जुआ, लाॅटरी, आध्यात्मिक ज्ञान, गर्भावस्था, स्मरण शक्ति जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों से संबंध रखता है। आप अपने कार्यस्थल पर बहुत आशावादी रहेंगे और आपके सहमर्की आपकी सकारात्मक ऊर्जा के लिए आपको सराहेंगे। आपको इस दौरान पैदा होने वाली प्रतिकूल परिस्थितियों को पनपने से रोकने के लिए भरपूर प्रयास करने चाहिए। वरिष्ठ और उच्च अधिकारियों के साथ विवाद और संघर्ष की स्थिति निर्मित हो सकती है। मंगल, गुरू और शनि की महायुति आपको आर्थिक तौर पर मजबूत कर सकती है। इस दौरान आपकी आर्थिक स्थिति बेहतर होने की संभावना है। हालांकि इस दौरान आपको अपने प्रेम संबंध को लेकर कुछ मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। साथी के विचारों का सम्मान करें, कन्या जातकों को अपने प्रेम जीवन के भविष्य की चिंता सता सकती है। मंगल, गुरू और शनि का संयोजन 2020 स्वास्थ्य के लिहाज से स्थिर दिखाई पड़ता है, अपनी ऊर्जा का स्तर बनाए रखने के लिए सोने और खाने पर विशेष ध्यान दें।

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तुला राशि

मकर राशि में शनि मंगल और गुरू का महासंयोजन 2020 चंद्र राशि तुला कुंडली के चौथे भाव में तैयार हो रहा है। कुंडली का चौथा भाव सुख स्थान होकर सुख, बुद्धिमत्ता, मकान, वाहन, ज़मीन, मिलकियत, तृष्णा, लालसा, महत्वाकांक्षा और अचल संपत्ति से संबंध रखता है। तुला राशि जातकों के लिए शनि मंगल और गुरू की महायुति 2020 जीवन के लगभग प्रत्येक महत्वपूर्ण क्षेत्र में प्रतिकूल प्रभाव डालने का कार्य कर सकती है। इस दौरान तुला राशि जातकों को करियर या पेशेवर जीवन में विकास की सही दिशा मिल सकती है। नौकरीपेशा लोगों को संभवतः स्थानांतरण का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन लंबे समय में उन्हें इस स्थानांतरण से भी लाभ ही प्राप्त होगा। इस दौरान वित्तीय लाभ आपको खुश करेंगे, धन प्रबंधन के कौशल में वृद्धि होगी। निवेश के लिए समय उपयुक्त है। प्रेम संबंधों में सकारात्मक और अनुकूल बदलाव देखने को मिलेंगे। अपने परिजन, मित्रों और खास लोगों के साथ खुशी और आनंद के पल बिता पाएंगे। हालांकि मकर राशि में शनि, मंगल और गुरू संयोजन 2020 के दौरान आपको अपने स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। महासंयोजन के दौरान यात्रा में सावधानी बरतें, चोट या किसी दुर्घटना की संभावना दिखाई देती है। व्यायाम व योग साधना के माध्यम से मानसिक शांति बनाए रखने का प्रयास करें।

वृश्चिक राशि

मकर राशि में गुरू, शनि और मंगल का महासंयोजन 2020 चंद्र राशि वृश्चिक कुंडली के तीसरे भाव में तैयार हो रहा है। कुंडली का तीसरा स्थान पराक्रम स्थान होकर, पराक्रम, साहस, दोस्त, लघु प्रवास, संगीत, महत्वपूर्ण फेरबदल, दलाली और शौर्य जैसे क्षेत्रों से संबंध रखता है। इस दौरान पेशेवर जीवन में औसत परिणाम प्राप्त होने की संभावना है। इस महासंयोजन के दौरान आपको अपने करियर या पेशवर जीवन में अपना शत प्रतिशत देने के लिए अपने गुण-दोषों पर विचार करना चाहिए। इस समयावधि में वृश्चिक जातकों का आत्मविश्वास और संचार कौशल बढ़ने की संभावना है। आर्थिक स्थिति में कोई विशेष परिवर्तन आने की संभावना कम नजर आती है। किसी तरह के अप्रत्याशित खर्चे की संभावना भी दिखाई नहीं देती जल्दी पैसा कमाने की कोशिश ना करें। मकर राशि में गुरू, शनि और मंगल की महायुति 2020 के दौरान आप खुद को दोस्तों और प्रियजनों से दूर पाएंगे। इस दौरान आपको अपने प्रेम संबंधों और प्रियजनों को अधिक समय देने की कोशिश करनी चाहिए। महासंयोज की अवधि में स्वास्थ्य के स्थिर बने रहने की संभावना नजर आती है।

धनु राशि

मकर राशि में मंगल, गुरू और शनि का महासंयोजन 2020 चंद्र राशि धनु कुंडली के दूसरे भाव में तैयार हो रहा है। कुंडली का दूसरा भाव धन स्थान या कुटुंब स्थान के नाम से जाना जाता है। इसका संबंध धन, चल-अचल संपत्ति, कुटुंब, वाणी, वंश, धन संग्रह, रत्न, लाभ-हानि, महत्वाकांक्षा और विरासत संपत्ति जैसे क्षेत्रों से होता है। मकर राशि में मंगल, गुरू और शनि की महायुति 2020 धनु राशि जातकों के करियर या पेशेवर जीवन में कुछ परेशानियों की ओर इशारा करती है। इस दौरान अपने वरिष्ठ या उच्च अधिकारियों के साथ वाद विवाद या टकराव से बचें। इस दौरान बुजुर्ग, अनुभवी और खासकर महिलाएं आपके पेशेवर जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। यह अवधि आपको वित्तीय विकास की ओर लेकर आएगी, जिससे वित्तीय मोर्चे पर बौद्धिक निर्णय आपको लाभ दे सकते हैं। मकर राशि में मंगल, गुरू और शनि का संयोजन 2020 धनु राशि जातकों के लिए प्रेम के मोर्चे पर अनुकूल परिस्थितियों का निर्माण करते नजर आती है। इस दौरान धनु राशि जातक अपने प्रेम संबंधों को अगले स्तर पर ले जाने का प्रयास करना चाहिए। महासंयोजन के दौरान धनु राशि जातकों का स्वास्थ्य औसत रहने की संभावना है। इस दौरान आपको खुद से प्रेरणा लेकर अपने स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए योग साधना और व्यायाम के लिए समय निकालना चाहिए। अपने सोने और खाने का विशेष ध्यान रखें, स्वास्थ्य के संबंधित अन्य कोई बड़ी समस्या इस दौरान दिखाई नहीं देती।

मकर राशि

मकर राशि में मंगल, गुरू और शनि का महासंयोजन 2020 चंद्र राशि मकर कुंडली के पहले भाव में तैयार हो रहा है। वैदिक ज्योतिष में कुंडली के प्रथम भाव को बेहद महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है, और हम इसे लग्न भाव के नाम से जानते हैंं। प्रथम भाव या लग्न स्थान का संबंध व्यक्ति के शरीर, बनावट, चरित्र, महत्वाकांक्षा, संरचना, स्वप्रयत्न, स्वरूप, मनोवृत्ति, मस्तक, संतोष, बल, कीर्ति और मनोबल से होता है। मकर राशि में मंगल, गुरू और शनि की महायुति 2020 मकर राशि जातकों को करियर और पेशवर जीवन में औसत परिणाम देते नजर आती है। इस दौरान कार्यसतल पर दूसरों के साथ मधुर संबंध बनाए रखें। सही समय पर उठाए सही कदम आपको सफलता प्राप्त करने में मदद करेंगे। आर्थिक स्थिति पर कुछ प्रतिकूल प्रभाव देखने को मिल सकते हैं। परिवार के सदस्यों के स्वास्थ्य पर खर्च करना पड़ सकता है। वांछित वित्तीय लाभ नहीं मिलने के कारण आपको निराशा का सामना करना पड़ सकता है। मकर राशि में मंगल, गुरू और शनि का संयोजन प्रेम संबंधों पर प्रतिकूल प्रभाव डालते नजर आता है। यह अवधि मकर राशि जातकों के प्रेम संबंधों को सकारात्मक दिशा में आगे ले जाने का कार्य करेगी। इस दौरान स्वास्थ्य को लेकर अधिक चिंता करने की आवश्यकता नहीं लेकिन फिर भी सभी जरूरी कदम उठाने की सलाह है। इस दौरान आपको अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए प्रयास करने चाहिए।

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कुंभ राशि

मकर राशि में शनि, मंगल और गुरू का महासंयोजन 2020 चंद्र राशि कुंभ कुंडली के बारहवें भाव में तैयार हो रहा है। कुंडली का बारहवां भाव व्यय स्थान कहलाता है, और इसका संबंध जीवन के खर्च, व्यय, भोगविलास, राज्य भय, जेल, विदेश यात्रा, शयन सुख और नुकसान-हानि जैसे क्षेत्रों से होता है। मकर राशि में शनि, मंगल और गुरू की महायुति 2020 कुंभ राशि जातकों के करियर और पेशेवर जीवन को कई मायनों में प्रभावित कर सकता है। इस दौरान कुंभ जातक अपनी नौकरी या पेशे में खुद को अधिक व्यस्त पाएंगे। हालांकि व्यस्तता के बावजूद भी आप अपने कार्यों को निश्चित समय सीमा में खत्म नहीं कर पाएंगे। ऐसे कार्यों को हाथ में लेने से बचें जिन्हे आप पूरा नहीं कर सकते हैं। काम के संबंध में विदेश यात्रा के योग दिखाई देते हैं। इस दौरान आर्थिक स्थिति की बात करें तो खर्चे बढ़ने की संभावना है। बेकार की गतिविधियों में शामिल होने से बचें। मकर में शनि, मंगल और गुरू का संयोजन 2020 आपकी वित्तीय स्थिति को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है। प्रेम संबंधों और रिश्तों की बात करें तो यह दौरान कुंभ जातकों के लिए बेहद प्रतिकूल परिस्थितियों का निर्माण करते दिखाई देता है। इस दौरान आपका अपने प्रिय और घनिष्ठ लोगों के साथ मन मुटाव बढ़ सकता है। यह अवधि अनिश्चितता और भ्रम फैलाने का कार्य कर सकती है। इससे आपके रिश्ते और संबंधों पर विपरीत प्रभाव पड़ने की संभावना है। स्वास्थ्य की बात करें तो किसी बड़े रोग या दुर्घटना की संभावना नजर नहीं आती लेकिन आपकी आंतरिक उत्कंठा आपको परेशान कर सकती है। इस दौरान आपको मानसिक तनाव का सामना करना पड़ सकता है। जिससे स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ने की संभावना है।

मीन राशि

मकर राशि में गुरू, शनि और मंगल का महासंयोजन 2020 चंद्र राशि मीन कुंडली के ग्यारहवें भाव में तैयार हो रहा है। कुंडली का ग्यारहवां भाव लाभ स्थान होकर दिन प्रतिदिन के लाभ, इच्छाशक्ति, मांगलिक कार्य, यश, कीर्ति, सार्वजनिक जीवन, अधिक लाभ, महत्वाकांक्षा, और विकास जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों से संबंध रखता है। मकर राशि में गुरू, शनि और मंगल की महायुति मीन जातकों के करियर और पेशवर जीवन के लिए बेहद महत्वपूर्ण रहने वाली है इस दौरान आप दृढ़ संकल्पित, समर्पित और भावुक रहेंगे। कर्मचारियों से अच्छा समर्थन और महत्वपूर्ण मामलों में भाग्य का समर्थन आपको आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगा। आर्थिक स्थिति की बात करें तो यह दौरान आपको वित्तीय स्थिरता प्रदान कर सकता है। इस दौरान आर्थिक लाभ मिलने की पूरी संभावना नजर आती है। हालांकि मकर राशि में गुरू, शनि और मंगल का संयोजन 2020 आपको प्रेम संबंध और रिश्तों के प्रति सावधानी बरतने की सलाह भी देता है। इस दौरान आपको अपने साथी के साथ अनावश्यक बहस या चर्चा से बचने का प्रयास करना चाहिए। यह अवधि आपके रिश्ते में कुछ तनावपूर्ण स्थितियों का निर्माण कर सकती है। स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से यह चरण आपको किसी भी तरह की स्वास्थ्य समस्या से लड़ने में मदद करेगा। इस महायुति के दौरान आप ऊर्जावान और उत्साहित रहेंगे। इस दौरान अपने स्वास्थ्य को स्थिर बनाए रखने के लिए आपको स्व प्रयास करने की सलाह है।

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गणेशजी के आशीर्वाद सहित,
गणेशास्पीक्स डाॅट काॅम

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