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गुरु गोचर का प्रभाव तुला राशि के लिए

गुरु गोचर का प्रभाव तुला राशि के लिए

गुरु का तुला में गोचर 2017- संतुलन की राशि से एक आशावादी यात्रा
गुरु का तुला राशि में गोचर 12 सितंबर, 2017 को होगा, ये गोचर सभी बारह राशियाें पर अलग-अलग प्रभाव डालेगा। तुला राशि में इस महत्वपूर्ण ग्रह का गोचर काफी सकारात्मक परिणाम लेकर आएगा। ये गोचर तुला राशि के जातकों के आत्मविश्वास आैर मौजूदा माहाैल में सुधार लाने वाला है। इस तरह, आपका व्यक्तित्व प्रशस्त आैर उत्साहपूर्ण होगा। आप इस अवधि में पूर्ण रूप से सहज, उदार, भाग्यशाली आैर आशावान होने का अनुभव कर सकते है। हालांकि, अगर कोर्इ तनावपूर्ण मसला है, तो उसमें परेशानी हो सकती है। तो क्या आप जानना चाहते है कि ये गोचर आपके बिजनेस को किस तरह प्रभावित करेगा ? तो हमारी एक्सक्लूजिव गुरु गोचर रिपोर्ट बिजनेस के लिए का लाभ उठाए।

तुला राशि के लिए गुरु के तुला राशि में गोचर का महत्वः

गुरु तुला में – सकारात्मकता आपकी मदद करेगी
गुरु जब आपकी राशि में प्रवेश करेगा तब आप एक बार फिर सकारात्मकता आैर किसी भी काम को पूरा करने का रवैया दिखाते हुए नर्इ शुरूआत करेंगे। आप अपने अतीत को पीछे भूलाकर भविष्य की आेर देखेंगे। घटनाएं जो आपके जीवन में होगी वो आपको समस्याआें से बाहर निकलने में मदद करेगी। इस गोचर से जीवन के प्रति आपका दृष्टिकोण बदलने वाला है आैर आप छोटी-छोटी चीजों के पीछे नहीं भागेंगे। हालांकि, किसी भी काम की बारीकी पर अतिरिक्त ध्यान देने की आवश्यकता से आपकी चिंता बरकरार रह सकती है लेकिन इससे आप व्याकुल नहीं होंगे।

गुरु के राशि परिवर्तन की इस अवधि में आपको अधिक पसंद किया जाएगा आैर दूसरों पर जो आप अपनी पहली छाप छोड़ेंगे वो विशिष्ट होगी। लोगों को आपके आसपास रहना अच्छा लगेगा वो भी सिर्फ इसलिए नहीं कि आप क्या करते हो बल्कि आप जो हो उसके लिए लोग आपको पसंद करेंगे। अाप अपनी रूचियों आैर महत्वाकाक्षांआें को अगले पड़ाव पर ले जाने की आेर प्रवृत्त होंगे। गुरु के तुला राशि में गोचर के दौरान आप उत्साह से भरपूर हो सकते है।

गुरु के गोचर के दौरान स्वप्रेमी ना बनें आैर विनम्र रहने की कोशिश करें
हालांकि, सकारात्मकता आैर उत्साह के संभावित नकारात्मक पहलू भी होते है। एेसे में आपको एेसी प्रवृत्ति से बचने की जरूरत है जिसमें आपका ध्यान पूरी तरह से खुद पर ही केन्द्रित हो। वहीं, गुरु के राशि परिवर्तन की इस अवधि में अतिसंवेदनशील आैर अतिव्ययी होना आपके लिए जोखिमपूर्ण हो सकता है।

गुरु के राशि परिवर्तन का ये चरण स्वार्थीपन से दूर होने आैर दूसरों की देखभाल करने से जुड़ा है। हालांकि, आपके लिए स्थिति काफी अलग है। आप अभी तक दूसरों की जरूरतों की पूर्ति कर रहे थे। लेकिन आपको पता चला कि वे लोग स्वार्थी थे। इसलिए अब आप अपने स्वयं के हितों को आगे बढ़ाना चाहते है।

गुरु का तुला में गोचरः आप पेशे में नर्इ शुरूआत की तलाश करेंगे
आप एक नर्इ शुरूआत की तलाश में है, या यूं कह सकते है आप जिंदगी में एक तरह से नर्इ शुरूआत करना चाहते है। जिसमें कुछ सही आैर अच्छा करने की चाह खासकर मजबूत है। किसी प्रकार का काम या प्रोजेक्ट जिस पर आप कार्यरत है उससे अब आपको प्रतिफल/लाभ मिलने लग सकता है। वहीं अब आप दूसरों की सेवा करने या मदद करने पर कम ध्यान देंगे। शायद अब एेसा करने की जरूरत भी नहीं है। क्यूंकि अब आप अपनी खुद की रूचियों पर फोकस कर सकते है।

गुरु के राशि परिवर्तन की इस अवधि में आप बैठकर आराम नहीं करेंगे। आप नए अनुभवों को पाने के लिए लालायित होंगे। इस गोचर के बाद से आपके लिए तनाव महत्वहीन हो जाएगा।

गणेशजी के आशीर्वाद सहित,
संघप्रिय सदानशिवकर (संगमजी)
गणेशास्पीक्स डाॅटकाॅम

फाइनेंस से संबंधितः
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बिजनेस से संबंधित: गुरु गोचर रिपोर्ट बिजनेस के लिए का लाभ उठाए आैर जानें कि गुरु आपके बिजनेस की संभावनाआें पर क्या प्रभाव ड़ालेगा

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