मंगल गोचर 2025: तर्कप्रिय कन्या राशि में ऊर्जा के ग्रह मंगल का प्रवेश
गणेशजी कहते हैं, 29 जुलाई से 13 सितम्बर 2025 तक, क्रियाशीलता, प्रतिस्पर्धा और साहस का प्रतीक ग्रह मंगल, बुध की राशि कन्या में प्रवेश करेगा। बुध और मंगल एक-दूसरे के शत्रु माने जाते हैं। मंगल की उग्रता और कन्या की विश्लेषणात्मक प्रवृत्ति इस दौरान कई राशियों के लिए मानसिक तनाव, ग़लतफ़हमियाँ, आर्थिक अस्थिरता और पेशेवर टकरावों को जन्म दे सकती है।
गणेशजी के अनुसार, जब मंगल अपने शत्रु की राशि में आता है, तब वह धैर्य और परिपक्वता की परीक्षा लेता है। आइए जानते हैं, इस गोचर के दौरान गणेशजी आपके लिए क्या भविष्यवाणी करते हैं।
मेष (मंगल छठे भाव में गोचर करेगा)
मंगल मेष राशि का स्वामी है और छठा भाव इसका प्रिय स्थान माना जाता है। यह समय दुश्मनों पर विजय, मुकदमों में सफलता और स्वास्थ्य सुधार के लिए अनुकूल रहेगा। आप कार्यक्षेत्र में आत्मविश्वास से भरपूर रहेंगे। गणेशजी चेतावनी देते हैं कि अत्यधिक परिश्रम या आक्रामकता से स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। यदि आपने संतुलन नहीं रखा तो थकावट या चोट की आशंका है।
वृषभ (मंगल पांचवे भाव में गोचर करेगा)
इस गोचर के दौरान प्रेम संबंधों में तनाव, संतान को लेकर चिंता और पढ़ाई में ध्यान की कमी हो सकती है। गणेशजी महसूस करते हैं कि रचनात्मकता बढ़ेगी, लेकिन भावनात्मक अस्थिरता नुकसान भी कर सकती है। शेयर बाजार, सट्टा या रिस्क वाले निवेशों से दूर रहें। माता-पिता को संतान के व्यवहार में बदलाव का सामना करना पड़ सकता है।
मिथुन (मंगल चौथे भाव में गोचर करेगा)
मंगल का यह गोचर घर-परिवार में अशांति और माता से मतभेद ला सकता है। संपत्ति या वाहन से संबंधित विवाद संभव हैं। गणेशजी आपको आगाह करते हैं कि कोई भी बड़ा घरेलू निर्णय जल्दबाज़ी में न लें। घर की मरम्मत या रिनोवेशन कराना चाहें तो दस्तावेज़ों को अच्छी तरह पढ़ लें।
कर्क (मंगल तीसरे भाव में गोचर करेगा)
मंगल का यह गोचर आपके साहस, संचार और छोटे यात्राओं को सक्रिय करेगा। यदि आप मार्केटिंग, लेखन, या सेल्स क्षेत्र से जुड़े हैं तो यह समय अनुकूल है। हालांकि भाई-बहनों से विवाद की संभावना है। सोशल मीडिया या संदेश भेजने में शब्दों का चुनाव सोच-समझकर करें।
सिंह (मंगल दूसरे भाव में गोचर करेगा)
मंगल धन, वाणी और पारिवारिक वातावरण को प्रभावित करेगा। गणेशजी चेतावनी देते हैं कि तीखी भाषा से पारिवारिक विवाद हो सकते हैं। आय के अवसर बनेंगे, लेकिन साथ ही खर्च भी बढ़ सकता है। वाणी पर नियंत्रण और संतुलित बजट इस समय के प्रमुख मंत्र होंगे।
क्या आप जीवन में समस्याओं का सामना कर रहे हैं? हमारे विशेषज्ञ ज्योतिषियों द्वारा तैयार करी गई अपनी हस्तलिखित जन्मपत्री प्राप्त करें — अभी 50% की छूट पर। आज ही ऑफ़र का लाभ उठाएँ!
कन्या (मंगल प्रथम भाव में गोचर करेगा)
आपकी ही राशि में मंगल का आगमन आपके भीतर अत्यधिक ऊर्जा, आत्मविश्वास और ग़ुस्सा ला सकता है। गणेशजी कहते हैं, यह समय व्यक्तिगत विकास के लिए उत्तम है, लेकिन विवादों से बचना होगा। जल्दबाज़ी में फैसले लेने से नुकसान हो सकता है। ध्यान और संयम आपकी सबसे बड़ी ढाल बनेंगे।
तुला (मंगल बारहवें भाव में गोचर करेगा)
मंगल बारहवें भाव में आने से मानसिक बेचैनी, नींद की कमी और छुपे खर्चे बढ़ सकते हैं। गणेशजी सलाह देते हैं कि इस समय ध्यान, मंत्र जाप या योग का सहारा लें। विदेशी निवेश, कोर्ट केस या गुप्त शत्रुओं से सावधान रहें। यह समय आत्ममंथन के लिए श्रेष्ठ हो सकता है।
वृश्चिक (मंगल ग्यारहवें भाव में गोचर करेगा)
आपके स्वामी मंगल का यह गोचर लाभ, नेटवर्किंग और इच्छाओं की पूर्ति के लिए बेहद शुभ है। परिश्रम का फल मिलने की संभावना है। प्रमोशन, नई डील्स या संपर्क स्थापित हो सकते हैं। हालांकि दोस्तों या सीनियर्स से टकराव से बचें। अहंकार से धन और संबंध दोनों बिगड़ सकते हैं।
धनु (मंगल दसवें भाव में गोचर करेगा)
मंगल का यह गोचर आपके करियर को नई ऊंचाई या चुनौती दोनों दे सकता है। आप अपनी मेहनत से आगे बढ़ सकते हैं, लेकिन गणेशजी कहते हैं कि अधिकारियों से टकराव आपकी छवि को नुकसान पहुँचा सकता है। नए बिजनेस की शुरुआत के लिए समय अनुकूल है, बशर्ते निर्णय सोच-समझकर लें।
मकर (मंगल नवें भाव में गोचर करेगा)
इस दौरान आपकी धार्मिकता, उच्च शिक्षा या यात्राएं प्रभावित हो सकती हैं। गुरु या पिता से विवाद हो सकता है। यदि प्रतियोगी परीक्षा या विदेश यात्रा की तैयारी कर रहे हैं, तो अनुशासन से कार्य करें। गणेशजी सुझाव देते हैं कि अपनी सोच दूसरों पर न थोपें और कानून से जुड़े मामलों में सतर्क रहें।
कुंभ (मंगल आठवें भाव में गोचर करेगा)
यह गोचर भावनात्मक, वित्तीय और मानसिक रूप से चुनौतीपूर्ण हो सकता है। अचानक खर्चे, इनकम टैक्स से जुड़ी समस्या या पारिवारिक विवाद सामने आ सकते हैं। गणेशजी सलाह देते हैं कि किसी भी गुप्त निवेश या रिस्क से बचें। योग और ध्यान आपकी आंतरिक शक्ति को जगाने में सहायक हो सकते हैं।
मीन (मंगल सातवें भाव में गोचर करेगा)
साझेदारी, विवाह और व्यापारिक संबंधों में गर्मी आ सकती है। साथी से विवाद या अहंकार की टकराहट रिश्तों में दरार ला सकती है। गणेशजी सुझाव देते हैं कि अपने साथी की बातों को ध्यान से सुनें और समझदारी से संवाद करें। व्यापार में पारदर्शिता और अनुबंधों की सावधानी अनिवार्य है।
मंगल दोष शांति के लिए गणेशजी की उपाय
गणेशजी मंगल दोष को शांत करने के लिए ये उपाय सुझाते हैं:
- दान करें: मंगलवार को लाल मसूर दाल, गुड़ या लाल वस्त्र किसी गरीब को या हनुमान मंदिर में दान करें।
- मंत्र जप करें: “ॐ भौमाय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें।
- पूजा करें: मंगलवार को हनुमान जी को सिंदूर और चमेली का तेल चढ़ाएं।
- व्रत रखें: मंगलवार का व्रत रखें और संयमित रहें।
जानना चाहते हैं ये गोचर आपके प्रेम जीवन या करियर को कैसे प्रभावित करेगा? अभी हमारे ज्योतिषियों से मुफ्त कॉल/चैट करें और पाएं व्यक्तिगत समाधान।
गणेश जी की कृपा से
GaneshaSpeak.com
अधिक लेख पढ़ें:-