मोमबत्ती ध्यान या त्राटक – आध्यात्मिक पथ पर अग्रसर पर्यावरणीय दबाव में आपका मुकाबला तंत्र

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मोमबत्ती ध्यान (candle meditation), ज्योति ध्यान, दीपक ध्यान, लौ ध्यान या त्राटक (tratak meditation) सब एक ही है। ध्यान में आंखों को बंद रखने की जरूरत होती है। ऐसे में मोमबत्ती ध्यान या त्राटक की बात करें। यह एक अलग प्रकार का ध्यान है। यह एक गहन चिंतन का रूप है। इसमें विचारों को शांत करने के लिए मोमबत्ती की लौ (candlelight meditation) पर ध्यान केंद्रित करना होता है। मोमबत्ती ध्यान या त्राटक में आपकी आंखों को बंद रखने की जरूरत नहीं है। त्राटक का अभ्यास करने के लिए मोमबत्ती सबसे अच्छी चीजों में से एक है, क्योंकि आपका ध्यान लौ पर केंद्रित होता है। त्राटक को अविश्वसनीय रूप से कम आंका गया है, लेकिन इसका उपयोग खुद को संपूर्ण आध्यात्मिक पथ पर ले जाने के लिए किया जा सकता है। जिस तरह "ओम" शब्द आपको शांत और राहत प्रदान करता है, वैसे ही आप भी मोमबत्ती की रोशनी में ध्यान करने के बाद आध्यात्मिक शक्तियों का विकास कर सकते हैं।

सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आप त्राटक से परम - अस्तित्व की सच्ची प्रकृति को महसूस कर सकते हैं।

हालांकि यहां आपको एक बात ध्यान में रखनी होगी कि शुरुआत में ही आपको मोमबत्ती ध्यान पर ज्यादा समय नहीं देना चाहिए। इसमें धीरे-धीरे समय को बढ़ाने से आपका धैर्य बढ़ेगा और इससे आपको फायदा होगा। कई बार लौ (tratak candle flame meditation) पर ध्यान करना मुश्किल हो सकता है, क्योंकि धैर्य की कमी के कारण ऐसा करना परेशानी भरा हो सकता है। इसके लिए पहले खुद में धैर्य विकसित करना होगा और इसके लिए आपको छोटे-छोटे सत्रों से मोमबत्ती ध्यान की शुरूआत करनी होगी।

मोमबत्ती ध्यान क्या है?

मोमबत्ती ध्यान की उत्पत्ति हठ योग से हुई है, जहां इसे त्राटक के नाम से जाना जाता है। यह शुद्धिकरण के लिए उपयोग की जाने वाली छह तकनीकों में से एक के रूप में कार्य करता है। त्राटक एक संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ है “देखना” या “टकटकी” लगाना। त्राटक स्पष्ट रूप से मोमबत्ती ध्यान या मोमबत्ती देखने के आधार की व्याख्या करता है। हठ योग में त्राटक ध्यान का वर्णन करते हुए कहा गया है कि अपनी दृष्टि को किसी छोटे बिंदु या वस्तु पर तब तक केंद्रित करें, जब तक कि आपकी आंखों से आंसू न बहने लगे।

मोमबत्ती ध्यान की उत्पत्ति हठ योग से होती है, ऐसे में विज्ञान और कला की समृद्धि के पूर्ण जादूई अनुभव के लिए मोमबत्ती पर टकटकी (candle gazing meditation) लगानी चाहिए। त्राटक ध्यान का रहस्य उस वस्तु में निहित है, जो आपका ध्यान आकर्षित करती है और आप इसे कितनी देर तक देखते हैं।

अब यहां इस बात पर ध्यान देने की जरुरत है कि मोमबत्ती को देखने के लिए हमारी आंखें हमारे मस्तिष्क को कैसे सिग्नल भेजती हैं। इसका मजेदार तथ्य यह है कि हम केवल इसलिए देख सकते हैं, क्योंकि हम जो कुछ भी सोचते हैं, उसके बारे में हमारी आंखें मस्तिष्क को संकेत भेजती रहती हैं और हमारा मस्तिष्क उन्हें डिकोड करता है। ऐसे में कह सकते हैं कि मोमबत्ती की लौ पर लगातार ध्यान देने का मतलब है कि कोई नई जानकारी आगे नहीं जा रही है। इस स्थिति में सारी बातें काफी धीमी गति से प्रवाहित होती हैं और अन्य सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं, इससे मोमबत्ती पर हमारा ध्यान बढ़ता है।

अंततः आप पाएंगे कि आप पूरी तरह से लौ (tratak candle flame meditation) में लीन हो गए हैं और आपको पूर्ण आराम मिलता है, जिससे आप प्रभावी ढंग से ध्यान कर सकते हैं। इस अवस्था में होने से आप अतीत, वर्तमान और भविष्य को बड़ी स्पष्टता के साथ जांच सकते हैं और देख सकते हैं।

त्राटक के लिए मोमबत्ती का उपयोग किया जाता है, क्योंकि मोमबत्ती की लौ (trataka candle gazing) में कुछ रहस्य होता है। यह टिमटिमाता है, एक प्रभामंडल बनाता है, आकार और रंग बदलता है। ये सभी स्थितियां मन को मोहित करतीं हैं, ध्यान आकर्षित करतीं हैं, और मन को सुकून की स्थिति प्रदान करती है। ऐसी स्थिति में, सभी बेकार की बातों और विचारों के उलझन के बीच हमारे मन को एकाग्र करना और आंतरिक शांति का अनुभव करना आसान हो जाता है।

त्राटक का अभ्यास कैसे करें?

मोमबत्ती ध्यान या त्राटक करने को लिए आपको स्थान औऱ स्थिति का ध्यान रखना होगा। पहले अपने लिए एक बेहतर स्थान का चयन करें और इसके बाद त्राटक का अभ्यास शुरू करें। आइए जानते हैं कि त्राटक का अभ्यास कैसे करते हैं…

सबसे पहले, एक शांत और अंधेरा कमरा या कोई ऐसी जगह चुनें जहां आपको किसी तरह की परेशानी का अनुभव न हो।

यदि दिन का समय हो तो खिड़कियों और दरवाजों के पर्दों को बंद कर दें और रोशनी कम कर दें, क्योंकि इससे मोमबत्ती को देखने में सुविधा होगी।

त्राटक में बाधा पहुंचाने वाली सभी चीजें जैसे मोबाइल आदि को दूर रखें या उन्हें बंद कर दें।

अपनी मोमबत्ती के लिए एक समतल सतह चुनें।

जब आप बैठे हों तो मोमबत्ती को कुछ इस तरह रखें कि वह आंखों की सीध में हो, ताकि उस पर देखने में आंखों में किसी तरह की तकलीफ (candles for meditation and relaxation) न हो।

मोमबत्ती को खुद से लगभग 2 फीट की दूरी पर रखें और उसे जलाएं

रीढ़ की हड्डी को सीधा रखते हुए, पीठ को सीधा रखते हुए और बाहों और कंधों को आराम देते हुए एक आरामदायक मुद्रा में बैठ जाएं।

कुछ धीमी गहरी सांसें लें।

त्राटक शुरू करने से पहले, अपने शरीर को आराम दें और यह ध्यान रखें कि किसी तरह का तनाव न हो।

इसके बाद कुछ गहरी सांसें लें।

कुछ मिनटों के लिए अपनी आंखें बंद करें और अपनी सांसों को अंदर और बाहर होता महसूस करें। ऐसा करने से आपकी सांसे स्थिर होगी और आप वर्तमान क्षण में आ जाएंगे।

अब अपना ध्यान मोमबत्ती पर केंद्रित करें और इसे अपने दिमाग का मुख्य केंद्र बनने दें।

लौ को देखें, आप पाएंगे कि यह टिमटिमाती है और आकार और रंग बदलती है।

यदि आप विचलित या ऊबन महसूस करते हैं, तब भी अपनी आंखों को स्थिर रखें।

जब आपकी आंखों से पानी आने लगे तो अपनी आंखों को बंद कर लें अपने हाथों को उन पर रख लें।

जब आप अपनी आंखें बंद करते हैं, तो आप यहां लौ की छवि की कल्पना करने में सक्षम हो सकते हैं।

आपकी एकाग्रता की गहराई और स्तर यह निर्धारित करेगा कि छवि कितनी स्पष्ट है।

चूंकि सभी लोगों के लिए ऐसा करना संभव नहीं है, लेकिन इस तकनीक का अभ्यास करने से उस भावना में सुधार होगा।

यदि आप बंद आंखों से लौ के छवि की कल्पना नहीं कर सकते हैं, या यह लगातार डगमगाता है या स्पष्टता खो देता है, तो इस स्थिति को प्राप्त करने के लिए अपनी एकाग्रता को दोबारा वापस पाने का प्रयास करें।

कुछ समय बाद, छवि गायब हो जाएगी।

इस स्थिति में अपनी आंखें खोलें और दुबारा लौ पर ध्यान केंद्रित करें।

जब आप मोमबत्ती को देखते हैं, तब सांस लें।

प्रत्येक श्वास के साथ खुद में बहने वाले प्रकाश की अनुभूति पर ध्यान दें।

समय के साथ, आप पाएंगे कि जिस कमरे में आप बैठे हैं वह नहीं है, क्योंकि आपका ध्यान एकमात्र लौ पर ही है।

जब आपका ध्यान समाप्त हो जाए, तो लेट जाएं और अपनी आंखें पांच से सात मिनट के लिए बंद कर लें।

यह आपके दिन की शुरूआत से पहले आपके दिमाग और शरीर को पूर्ण जागरूकता में वापस आने में मदद करेगा।

यदि आप सोने से पहले ऐसा कर रहे हैं, तो आपके शरीर को आराम पहुंचेगा और आप गहरी निद्रा में चले जाएंगे।

क्या मोमबत्ती पर टकटकी लगाना आंखों के लिए अच्छा है?

मोमबत्ती को देखने के कई फायदे हैं। न केवल आपकी आंखों के लिए बल्कि समग्र रूप से भी मोमबत्ती देखने (candle flame meditation) के कई फायदे हैं। त्राटक आपकी दृष्टि, रोशनी, फोकस और याददाश्त में सुधार करने के साथ ही कई फायदे पहुंचाता है। त्राटक करने वाले सभी आयु वर्ग के लोगों को तनाव कम होता महसूस होगा। इसके साथ ही कई अन्य लाभ भी महसूस होंगे। विद्यार्थी अपनी एकाग्रता बढ़ा सकते हैं।

यह भी माना जाता है कि मोमबत्ती ध्यान के अभ्यास से व्यक्ति अपनी तीसरी आंख (pineal gland) खोल सकता है, जिसे आज्ञा चक्र भी कहा जाता है, जो व्यक्ति को बेहतर अंतर्ज्ञान विकसित करने और ज्ञान प्राप्त करने में मदद करता है।

मोमबत्ती ध्यान कुछ अन्य लाभ

एकाग्रता और बुद्धि में सुधार करता है

आत्मविश्वास, धैर्य और इच्छाशक्ति को बढ़ाता है

अधिक कार्य कुशलता और उत्पादकता विकसित करता है

यह मन को शांत करता है और आंतरिक शांति और शांति प्रदान करता है

मानसिक क्षमता प्रदान करता है और बाधाएं दूर हो जाती हैं

यह दिमाग में अधिक स्पष्टता लाता है और निर्णय लेने की क्षमता में सुधार करता है

यह मानसिक, व्यवहारिक और भावनात्मक बीमारियों को दूर करने में मदद करता है

तनाव से राहत और गहन आराम प्रदान करता है

यह नींद को गहरा करता है और नींद से संबंधित विकारों जैसे सिरदर्द, अनिद्रा, बुरे सपने आदि को ठीक करता है

मोमबत्ती ध्यान सूक्ष्म अभिव्यक्तियों की स्पष्टता या धारणा को बढ़ावा देता है

क्या त्राटक खतरनाक है?

किसी भी चीज की अधिकता हानिकारक होती है। मोमबत्ती ध्यान (candle gazing) या त्राटक (tratak meditation) के साथ भी यह लागू होता है। इसी प्रकार यदि त्राटक भी बलपूर्वक या तनावपूर्ण ढंग से किया जाए तो आपकी आंखों को नुकसान पहुंच सकता है। यदि कमरे में ज्यादा रोशनी नहीं है और यह आरामदेह है तो आप पाएंगे कि मोमबत्ती ध्यान (candle flame meditation) बहुत आसान है। इससे आपकी आंखों पर जोर नहीं पड़ेगा।

आप चाहें तो मोमबत्ती के अलावा (meditation candles and crystals) बिंदी, मूर्ति या छवि, अग्नि, सूर्य, चंद्रमा, तारा किसी चीज पर ध्यान कर सकते हैं। आप किस पर ध्यान कर रहे हैं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। आप ध्यान के लिए कौन सी वस्तु लेते हैं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, लेकिन एक बात का ध्यान रखें कि आप यह ध्यान जबरदस्ती न करें, क्योंकि इससे आपकी आंखों को नुकसान पहुंच सकता है।

लौ के देखने के दौरान आंखों को तनाव न देने की सलाह दी जाती है। हमारी आंखें स्वाभाविक रूप से एडजस्ट हो जाती हैं, और लंबे समय तक लौ पर ध्यान केंद्रित करना और टकटकी लगाना आसान हो जाता है। जब आंखें गतिमान और स्थिर नहीं होती हैं तो मन की स्थिति भी वैसी ही हो जाती है। इससे फोकस बढ़ने और गहराने पर सोचने की प्रक्रिया अपने आप खत्म हो जाती है। यदि मोमबत्ती की रोशनी में ध्यान शांत, आराम और समझदारी से प्रगतिशील तरीके से किया जाता है, तो आप उत्कृष्ट परिणाम प्राप्त कर सकते हैं।

निष्कर्ष

त्राटक का अभ्यास करते समय, आप शायद देखेंगे कि लौ पर ध्यान केंद्रित करने की बार-बार कोशिश करने के बावजूद, आपकी आंखें और दिमाग बार-बार विचलित हो जाएंगे। विभिन्न विचार आपको विचलित करने का प्रयास करेंगे, आपका ध्यान आकर्षित करेंगे, आपका ध्यान भंग करेंगे, और आप लौ की ओर देखना भूल जाएंगे। इसे घबराएं नहीं, आराम करें क्योंकि यह पूरी तरह से प्राकृतिक है। समय और नियमित अभ्यास के साथ, आपकी स्थिति में सुधार होगा, और ध्यान भटकाने वाली चीजों औऱ बाधाओं को अनदेखा करना आसान हो जाएगा।

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