३१ अक्तूबर २०१४, निफ़्टी भविष्यवाणी

Market Predictions

  • विक्रम संवत २०७१ के लिए राशि भविष्य
    मीन राशि
  • मंत्र :-
  • शशिनि मीनगते विजितेन्द्रियो बहुगुणः कुशलो जलालाकसः
    विमल धीः किल शस्त्रकलादरस्तबलताबलता कलितो नरः ।।
  • अर्थ :- मीन राशिगत चंद्र में जन्म लेने वाला इन्द्रियों को जीतने वाला, गुणवान, चतुर, जलक्रिया का शौकीन, निर्मल बुद्धिवाला, शस्त्रकला में निपुण लेकिन दुर्बल देहवाला होता है।
  • विक्रम संवत 2071 – एक नज़र:- आपकी जन्म राशि के अनुसार विद्या, अभ्यास, संतान से संबंधित मामलों में आपको अनुकूलता रहेगी। वैवाहिक जीवन से संबंधित मामलों में गणेशजी आपको थोड़ी सी विशेष सावधानी बरतने की सलाह देते हैं। इस वर्ष आपको अधिक मेहनत करने की जरूरत रहेगी, यदि आप मनचाही सफलता प्राप्त करने की सोच रहे हैं।
  • आर्थिक तथा व्यवसाय :- आर्थिक मामलों के लिए यह वर्ष बहुत अधिक नकारात्मक नहीं है। अगस्त 2015 के बाद नौकरी परिवर्तन की संभावना है। इस समय आप आर्थिक उन्नति की आशा कर सकते हैं एवं सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेंगे। जो जातक व्यवसाय से जुड़े हुए हैं, उनको मिश्रित परिणाम मिलने की उम्मीद है, हालांकि बहुत बड़ा फेरबदल होने की संभावना नहीं है। इस समय आपको महसूस होगा कि आपका भाग्य आपको सहयोग नहीं कर रहा है।
  • स्वास्थ्य :- यह वर्ष स्वास्थ्य के मामले में अधिक बेहतर नहीं है। इस वर्ष आपको एक के बाद एक तकलीफ होने की संभावना है। गणेशजी के अनुसार आपको हैरानी तो तब होगी, जब आप मेडिकल जांच से गुजरेंगे, एवं मेडिकल रिपोर्ट में पाएंगे कि आपको किसी प्रकार की तकलीफ नहीं है। इस समय गणेशजी आपको शिवजी की पूजा तथा उनको काला तेल अर्पण करने की सलाह देते हैं।
  • प्रेम तथा वैवाहिक जीवन :- प्रेम संबंध के लिए समय काफी बेहतर नजर आ रहा है। गणेशजी सलाह देते हैं कि अगर आपको कोई व्यक्ति पसंद है, एवं आप उसको अपने दिल की बात अब तक बता नहीं पाए हैं तो आप जुलाई मध्य तक अपनी बात कह सकते हैं, क्योंकि समय अनुकूल है। हालांकि,विवाहित जातकों के लिए यह समय काफी चुनौतीपूर्ण साबित होने वाला है, क्योंकि राहु जैसा पापी ग्रह आपके भागीदारी से संबंधित स्थान से परिभ्रमण कर रहा है। इसके अलावा यदि आप हिस्सेदारी में कारोबार करते हैं, तो परेशानी का सामना करने के लिए तैयार रहें।
  • करियर तथा शिक्षा :- शिक्षा के मामले में ग्रहीय स्थितियां अच्छा संकेत दे रही हैं क्योंकि स्वयं गुरू महाराज आपके अभ्यास स्थान से गुजर रहे हैं। इसके अलावा यदि आपकी मूल कुंडली का अभ्यास स्थान शुभ है, तो आपको इस वर्ष जोरदार सफलता मिलने की संभावना है एवं आपको चकित होने की जरूरत नहीं है।
  • उपाय :-
  • गुरु गृह के अनिष्ट निवारण के लिए जल में हल्दी या पीला चन्दन तथा पीला फूल डालकर 9 या दिन 21 दिन स्नान करें।
  • गुरूवार को साईंबाबा या गुरु दत्तात्रेय की पूजा करें।
  • आर्थिक प्रगति कर लिए ‘विष्णुसहस्रनाम’ का पाठ करें।

व्यक्तिगत मार्गदर्शन के लिए हमारे विशेषज्ञ ज्योतिषी से सीधी बात करें।

गणेशजी के आशीर्वाद के साथ,
श्री धर्मेश जोशी
गणेशास्पीक्स दल
9909941816

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