हरी चिरायता (Andrographis paniculata) का उपयोग और उसका इस्तेमाल

आइए एंड्रोग्राफिस पैनिकुलता की अद्भुत दुनिया का पता लगाएं, जिसे ग्रीन चिरेटा के नाम से भी जाना जाता है, जो एक हर्बल पौधा है और भारतीय उपमहाद्वीप और श्रीलंकाई द्वीप का मूल निवासी है।

एंड्रोग्राफिक्स क्या है?

प्राचीन काल के अनुसार, हरी चिरायता (Andrographis paniculata) की गिनती आयुर्वेद में जड़ीबूटी के रूप में प्रमुखता से की जाती है। यह एक बहुत ही लाभकारी जड़ी बूटी है। यदि इसका नियमित रूप से उपयोग किया जाए तो स्वास्थ्य लाभ के लिए बहुत उपयोगी सिद्ध होता है, क्योंकि इसके प्रभाव बहुत उपचारात्मक होते हैं। इसे आयुर्वेद में कालमेघ तथा सामान्य रूप से हरी चिरायता भी कहा जाता है। इसमें दिव्य गुणकारी औषधि होती है। इसका स्वाद कड़वा होता है। क्योंकि इसमें एक क्षारीय तत्व एंड्रोग्राफोलाइड्स, कालमेंघिन पाया जाता है। इसकी पत्तियों में भी गुणकारी तत्व पाए जाते हैं। इसके उपयोग से ज्वर, सिर दर्द, पेचिस, जॉइंडिस, रक्तशोधक समेत पेट के विकार को स्वस्थ करता है। इसके अलावा इसके उपयोग से मलेरिया, ब्रोंकाइटिस रोग आदि में लाभ मिलता है। समान्यतः इसका पौधा ही गुणकारी होता है। विशेषकर इसकी जड़ में भूख लगने वाले तत्व पाए जाते हैं। इसे पीसकर इसके रस का सेवन करना लाभदायक होता है। यह शरीर के भीतर रक्त को साफ करने का काम करता है।

एंड्रोग्राफिस एक कड़वा स्वाद वाला औषधीय पौधा है, जो भारत और श्रीलंका जैसे दक्षिण एशियाई देशों में मूल रूप से पाया जाता है। इसका उपयोग हर्बल दवा के रूप में किया जाता है। एंड्रोग्राफिस पैनिकुलैटा (Andrographis paniculata) का पारंपरिक चिकित्सा और आयुर्वेदिक चिकित्सा में उपयोग की एक प्राचीन विरासत है। एंड्रोग्राफिस में एंटीऑक्सिडेंट तथा एंटीवायरल गुण होते हैं। इसके इस गुण के चलते बीमारियों के इलाज और सामान्य सर्दी और इन्फ्लूएंजा के लक्षणों को कम करने के लिए इसका उपयोग किया जा सकता है। अन्य परिस्थितियों जैसे डायरिया, एस्ट्रोफी, आंतों की गैस, पेट का दर्द, पाचन शक्ति बढ़ाने, हृदय रोग तथा पीलिया, कुष्ठ, निमोनिया, सूजन, उपदंश, मलेरिया, हैजा, लेप्टोस्पायरोसिस, रेबीज, साइनसाइटिस और एचआईवी एड्स रोग के लिए यह बहुत उपयोगी होता है।

खुराक या मात्रा

एंड्रोग्राफिस या हरी चिरायता की पत्तियों, तना और जड़ का उपयोग पारंपरिक चिकित्सा में टिंचर, चाय, पाउडर, जूस और पेस्ट बनाने के लिए किया जाता रहा है। इन फार्मुलों को आंतों की कृमि संक्रमण से लेकर एक्जिमा से लेकर सूजन और संक्रमित घावों में तथा कई अन्य स्थितियों में सुधार के लिए किया जाता है। वर्तमान में यह कैप्सूल, अर्क, चाय के रूप में बाजार में उपलब्ध है।

एक अध्ययन के अनुसार आम सर्दी के लक्षणों के पहले कुछ दिनों तक चार बार 300 मिलीग्राम की गोली की उचित खुराक का सुझाव दिया गया है।

बुखार कम (Lowers fever) करने और सूजन संबंधी समस्याओं या दर्द से राहत के लिए प्रतिदिन तीन से छह ग्राम की एक उच्च खुराक की सलाह दी जाती है। आठ सप्ताह के लिए एक दिन में 1, 200 – 900 मिलीग्राम एंड्रोग्राफिस अर्क अल्सरेटिव कोलाइटिस और सूजन से संबंधित समस्याओं में देना लाभदायक होता है।

हरी चिरायता के लाभ

शोध के अनुसार हरी चिरायता (Andrographis paniculata) में विशिष्ट जैविक गुणों वाले कई घटक होते हैं। इसके पौधों में रोगाणुरोधी, एंटीऑक्सिडेंट, मधुमेह जैसी बीमारी को रोकने के लिए गुणकारी तत्व पाए जाते हैं।

एंड्रोग्राफिस निम्नलिखित स्थितियों में स्वास्थ्य लाभ पहुंचाता है।

सामान्य सर्दी से राहत

एंड्रोग्राफिस में मौजूद गुणकारी तत्व एक एक जड़ी बूटी के रूप में पाया जाता है। जिसका उपयोग गले में खराश और खांसी जैसे ठंडे लक्षणों से राहत के लिए किया जाता है। सर्दी, इन्फ्लुएंजा और खांसी (Fights the common cold) के इलाज में इसका उपयोग पारंपरिक रूप से भारतीय और हर्बल दवाओं के रूप में किया जाता है। शोध के अनुसार एंड्रोग्राफिस के पौधे का इस्तेमाल श्वसन संबंधी लक्षणों को दूर करने तथा इसकी उपचार करने में उपयोगी होता है। इसके पौधे का रस कम समय में ही बीमारी को ठीक करने में असर दिखाता है। शोध के अनुसार केवल एंड्रोग्राफिस का उपयोग करने से ऊपरी श्वसन संक्रमण में भी मदद मिलती है।

बुखार कम करता है

एंड्रोग्राफिस को एक ठंडी जड़ी बूटी के रूप में जाना जाता है। जिसका उपयोग गर्मी और बुखार को दूर करने (Lowers fever) के लिए किया जाता है। शोध के अनुसार, इसका उपयोग शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने के लिए भी किया जाता है। यह संक्रमण को रोकने, सूजन को कम करने और प्रतिरक्षा में सुधार (Fights infections and boosts immunity) करने में लाभदायक होता है।

सूजन को कम करता है

अध्ययनों के अनुसार एंड्रोग्राफिस के पौधे में मुख्य रूप से एंड्रोग्राफोलाइड, हिस्टामाइन, एड्रेनालाईन और डाइमिथाइल बेंजीन तत्व पाए जाते है। जिससे शरीर में सूजन को कम करने (Anti-inflammatory effects) में काफी हद तक कारगर होता है।

एंड्रोग्राफिस का उपयोग अल्सरेटिव कोलाइटिस और रुमेटीइड गठिया जैसी स्वास्थ्य स्थितियों को कम करने के लिए किया जाता है। क्योंकि इसमें इन बीमारियों से लड़ने वाले गुणकारी तत्व पाए जाते है, जो काफी प्रभावी होते है।

संक्रमण से लड़ता है और प्रतिरक्षा बढ़ाता है

एंड्रोग्राफिस का उपयोग पारंपरिक रूप से श्वसन संक्रमण के इलाज और प्रतिरक्षा में सुधार (Fights infections and boosts immunity) के लिए किया जाता रहा है। इसमें रोगाणुरोधी और एंटीवायरल गुण होते हैं, जो संक्रमण के खिलाफ लड़ाई में प्रभावी साबित होते हैं।

इसमें एंटीवायरल गुण होते हैं। यह वायरस को खत्म करने के साथ-साथ वायरस से प्रेरित रोगजनन को भी रोकता है।

एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करता है

अध्ययनों के अनुसार एंड्रोग्राफिस में एंटीऑक्सिडेंट होते हैं। जो मानव शरीर के घटकों को ऑक्सीडेटिव क्षति से बचाता हैं। एंड्रोग्राफिस पैनिकुलैटा से शरीर मे एंटीऑक्सीडेंट रक्षा एंजाइम गतिविधि में काफी वृद्धि होती है।

इसमें फ्री रेडिकल्स को खत्म करने की क्षमता भी होती है। इससे कैंसर की बीमारी में लाभ होता है। कुछ अध्ययनों के अनुसार एंड्रोग्राफिस में कैंसर रोधी गुण हो सकते हैं। इसमें मौजद तत्व कैंसर की कोशिकाओं नष्ट करने का काम करता है।

इसके पौधे में मौजूद प्रमुख यौगिक एंड्रोग्राफोलाइड एक शक्तिशाली एंटीकैंसर गतिविधि माना जाता है, जो कोशिका परिवर्तन का कारण बनता है।

मधुमेह विरोधी प्रभाव है

एंड्रोग्राफिस के अर्क को जानवरों पर किए गए अध्ययन में मधुमेह विरोधी गुण पाया गया है। यह एंड्रोग्राफोलाइड चयापचय सिंड्रोम के प्रबंधन में एक महत्पूर्ण भूमिका निभाता है। मानव परीक्षण की कमी के बावजूद इसके पौधे का उपयोग मधुमेह (Anti-diabetic effects) और यकृत की समस्याओं के इलाज के लिए किया जाता है।

– एंड्रोग्राफिस में मौजूद यौगिक निम्नलिखित स्वास्थ्य समस्याओं में मदद कर सकते हैं:

दस्त

हृदय रोग

उच्च कोलेस्ट्रॉल

गुर्दे की बीमारी

दुष्प्रभाव

छोटे बच्चों या गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं द्वारा एंड्रोग्राफिस नहीं लिया जाना (Risks and side effects) चाहिए। प्रतिरक्षा प्रणाली को उत्तेजित करने के लिए एंड्रोग्राफिस का उपयोग करने से पहले अपने स्वास्थ्य के लिए चिकित्सक से अवश्य परामर्श लेना चाहिए। जिन लोगों को रक्तस्राव की समस्या या निम्न रक्तचाप है, उन्हें पहले अपने डॉक्टरों से परामर्श किए बिना पौधे या इसके यौगिकों का उपयोग करने से बचना चाहिए। यदि आप एंटी-क्लॉटिंग दवाएं जैसे एस्पिरिन, इबुप्रोफेन, या वार्फरिन ले रहे हैं तो आपको इस जड़ी बूटी के उपयोग से बचने की जरूरत होती है।

विशेष सावधानियां और चेतावनियां

शिशु और बच्चे

शिशुओं को जब इसकी खुराक खाने के रूप में दी जाती है तब कम समय के लिए उपयोग संभवतः सुरक्षित होता है। अन्य जड़ी बूटियों के संयोजन में एंड्रोग्राफिस का उपयोग 1 महीने तक किया जा सकता है।

गर्भावस्था और स्तनपान

गर्भावस्था के दौरान इसके सेवन संभवतः असुरक्षित होता है। इससे गर्भपात होने का खतरा बढ़ सकता है। स्तनपान के दौरान एंड्रोग्राफिस के संरक्षण के बारे में पर्याप्त जानकारी उपलब्ध नहीं है। यदि आप गर्भवती हैं या स्तनपान करा रही हैं, तो एंड्रोग्राफी से दूर रहना जरूरी है।

प्रजनन समस्याएं

एक अध्ययन के अनुसार एंड्रोग्राफिस का जानवरों के प्रजनन पर असर देखने को मिला है, हालांकि यह मनुष्यों में सिद्ध नहीं हुआ है। जिन महिलाओं को प्रजनन (Fertility problems) या गर्भवती होने में कठिनाई हो रही हो तो एंड्रोग्राफिस का उपयोग करने से बचना चाहिए।

ऑटो-प्रतिरक्षा रोग

एंड्रोग्राफिस प्रतिरक्षा प्रणाली की गतिविधि को बढ़ा सकता है। यह ऑटोइम्यून रोग के लक्षणों को बढ़ा सकता है। इस स्थिति में एंड्रोग्राफिस को रोकना बेहतर होता है।

रक्तस्राव की स्थिति

एंड्रोग्राफिस रक्त के थक्कों को रोकने में मदद कर सकता है। रक्तस्राव की समस्या (Bleeding conditions) वाले लोगों में यह रक्तस्राव को बढ़ा सकता है।

निम्न रक्तचाप

एंड्रोग्राफिस रक्तचाप को कम कर सकता है। यदि निम्न रक्तचाप (Low Blood Pressure) वाले लोग इसका इस्तेमाल करे तो एंड्रोग्राफी रक्तचापको काफी कर सकता है।

निष्कर्ष

एंड्रोग्राफिस एक ऐसी जड़ी-बूटी है, जिसके औषधीय गुणों के कारण हजारों वर्षों से पारंपरिक चिकित्सा में इसका उपयोग किया जाता रहा है। इसका उपयोग श्वसन संक्रमण, बुखार, पाचन समस्याओं, मधुमेह, दर्द, सूजन संबंधी विकारों और कैंसर सहित कई तरह की बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है। हरी चिरायता (Andrographis paniculata) की खुराक निर्धारित नहीं है, क्योंकि सही स्तर आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य आवश्यकताओं द्वारा निर्धारित की जाती है। एक दिन में 1,200 मिलीग्राम से छह ग्राम की खुराक सामान्य है। एंड्रोग्राफिस बाजार में चाय, कैप्सूल, टिंक्चर और अर्क आदि रूप में उपलब्ध है।

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