एस्ट्रैगलस झिल्ली: उपयोग, दुष्प्रभाव, परस्पर क्रिया, सावधानियां एवं खुराक

प्रस्तावना

एस्ट्रैगलस झिल्ली, एक जड़ी बूटी है जिसकी जड़ों का उपयोग दवा बनाने के लिए किया जाता है यह शरीर के कई कमियों और विकारों को दूर करता है। पारंपरिक चीनी चिकित्सा में एस्ट्रैगलस झिल्ली का उपयोग सदियों से किया जा रहा है। इसमें स्वास्थ्य लाभ वाले गुण होते है जिसके कारण यह शरीर में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने, उम्र को बढ़ने से रोकने और शरीर में हो रही सूजन को कम करता है। साथ ही थकावट, एलर्जी और सामान्य सर्दी सहित कई अन्य बीमारियों को भी ठीक करने के लिए भी एस्ट्रैगलस झिल्ली का उपयोग किया जाता है।

कई प्रजातियों में तंत्रिका विष पाया जाता है, जिसे पशु विषाक्तता से जोड़ा गया है जिसमे एस्ट्रैगलस लेंटिगिनोसस, एस्ट्रैगलस मोलिसिमस व अन्य प्रजातियां हैं। दूसरी ओर, मानव आहार की खुराक में एस्ट्रैगलस झिल्ली की ये प्रजातियां नहीं पायी गयी हैं। एस्ट्रैगलस झिल्ली अधिकांशतः सप्लीमेंट्स में पाया जाता है।

COVID-19 (कोरोनावायरस रोग): एस्ट्रैगलस झिल्ली में एंटीवायरल गुण होते हैं। COVID-19 के इलाज के लिए इसका उपयोग कर सकते हैं या नहीं इस बात का कोई पुख्ता सबूत नहीं है। स्वस्थ जीवन शैली के लिए सही रणनीतियों का चयन करें।

एस्ट्रैगलस झिल्ली का उपयोग?

एस्ट्रैगलस झिल्ली प्रतिरोधक प्रणाली को बढ़ावा देने और उत्तेजित करने में लाभकारी है।
संभावित रूप से इसके फायदे:

इससे कीमोथैरेपी के साइड इफेक्ट कम हो रहे हैं। प्रारंभिक अध्ययन से पता चलता है कि जो कीमोथेरेपी के कुछ सामान्य दुष्प्रभाव हैं और उन दुष्प्रभावों को कम करने के लिए एस्ट्रैगलस झिल्ली को अंतःशिरा (IV) में प्रशासित करने या एस्ट्रैगलस झिल्ली युक्त चीनी हर्बल संयोजनों का उपयोग करने से मतली, उल्टी, दस्त, और अस्थि मज्जा दमन (प्रतिरक्षा उत्पन्न करने वाली कोशिकाओं में कमी) में मदद मिलती है।

मधुमेह: प्रारंभिक अध्ययन से पता चलता है कि एस्ट्रैगलस झिल्ली को अंतःशिरा (IV) या फिर संयोजन उत्पाद के द्वारा दिया जाता है। जिन्हे टाइप 2 मधुमेह है उन व्यक्तियों में यह उनके रक्त शर्करा और इंसुलिन के स्तर को नियंत्रित करता है।
अपर्याप्त सबूत:

“हे” फीवर एक सामान्य बीमारी है जो मौसमी एलर्जी वाले रोगियों को प्रभावित करती है। यदि एस्ट्रैगलस मेम्ब्रेनैसस जड़ के अर्क को रोजाना 3 से 6 सप्ताह तक लिया जाये तो नाक बहने, खुजली और छींकने सहित कई अन्य लक्षण कम हो जाते हैं।

सीने में दर्द (एनजाइना): प्रारंभिक अध्ययन से पता चलता है कि वो मरीज जिनकी छाती में परेशानी है एस्ट्रैगलस मेम्ब्रेनस लेने से यह उन व्यक्तियों के हृदय कार्य को बढ़ाने में मदद करता है।

अस्थि मज्जा, अप्लास्टिक एनीमिया में नई रक्त कोशिकाओं का उत्पादन बंद कर देता है: प्रारंभिक अध्ययन से पता चलता है कि केवल स्टेरॉयड के मुकाबले, यदि ‘स्टेरॉयड स्टेनोजोलोल के साथ एस्ट्रैगलस झिल्ली’ का अंतःशिरा (IV) में प्रशासित किया जाये तो एप्लास्टिक एनीमिया वाले व्यक्तियों के रक्त कोशिकाओं की संख्या में सुधार होता है।

कैंसर के इलाज के दुष्प्रभाव के रूप में दस्त: प्रारंभिक अध्ययनों के अनुसार, कीमोथेरेपी के प्रत्येक चक्र के दौरान 21 दिनों के लिए प्रतिदिन एस्ट्रैगैलस झिल्ली का अंतःशिरा (IV) प्रशासित किया जाये तो यह कैंसर उपचार के कारण होने वाले दस्त को कम करता है। जब एस्ट्रैगलस झिल्ली को अन्य पदार्थों के साथ समायोजित किया जाता है, तो कीमोथेरेपी से होने वाला दस्त कम होने लगता है।

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कैंसर उपचार की दवा मतली और उल्टी का कारण: प्रारंभिक अध्ययन से पता चलता है कि कीमोथेरेपी के प्रत्येक चक्र के साथ 21 दिनों तक प्रतिदिन एस्ट्रैगलस मेम्ब्रेनस का अंतःशिरा (IV) प्रशासित करने से मतली और उल्टी कम होती है। जब एस्ट्रैगलस झिल्ली को अन्य पदार्थों के साथ समायोजित किया जाता है, तो कीमोथेरेपी द्वारा हो रहे मतली और उल्टी में कमी आती है।

कीमोथेरेपी से इलाज करवाने वाले कैंसर रोगियों में थकान: प्रारंभिक शोध से पता चलता है कि कीमोथेरेपी के बाद यदि चार सप्ताह तक साप्ताहिक रूप से तीन बार एस्ट्रैगलस झिल्ली को दिया जाये तो मरीज को हुआ थकन कम होता है, लेकिन यह चार सप्ताह के बाद प्रभावी नहीं होगा।

गुर्दे की बीमारी जो समय के साथ बढ़ी है (क्रोनिक किडनी रोग या सीकेडी): प्रारंभिक अध्ययन से पता चलता है कि गुर्दे की पारंपरिक दवाओं में एस्ट्रैगलस झिल्ली के संयोजन से गुर्दा मेट्रिक्स को कई गुना बढ़ाया जा सकता है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि एस्ट्रैगलस झिल्ली डायलिसिस की आवश्यकता को रोक सकता है या उसमे देरी कर सकता है।

हार्ट फेल और शरीर में तरल पदार्थ का जमा होना (कंजेस्टिव हार्ट फेल्योर या सीएफ़एफ़): प्रारंभिक अध्ययन से पता चलता है कि 20 दिनों के लिए एस्ट्रैगलस झिल्ली का अंतःशिरा (IV) प्रशासित करने से हार्ट फेल होने के जो लक्षण होते हैं उनको कम करने में मदद करता है। दूसरी ओर, इसकी खुराक का उपयोग करने वाले कुछ अन्य अध्ययनों में कोई लाभ नहीं मिला है। प्रारंभिक शोध से पता चलता है कि एस्ट्रैगलस झिल्ली को जब ह्रदय के दवाओं के साथ संयोजित करके लिया जाता है, तो यह पारंपरिक दवाओं की तुलना में सुचारु रूप से हृदय कार्य और गति को सामान्य करता है।

मधुमेह: प्रारंभिक अध्ययन से पता चलता है कि एस्ट्रैगलस झिल्ली का अंतःशिरा (IV) चार महीने तक प्रशासित करने से मधुमेह रोगियों के खली पेट और भोजन करने के बाद में बनने वाले रक्त शर्करा के स्तर में सुधार करता है। साथ ही एस्ट्रैगलस झिल्ली को मौखिक रूप में लेने से भी कई परिणामों में सुधार होता है। एस्ट्रैगलस झिल्ली की खुराक लेने से यह शरीर के इंसुलिन को सामान्य करने में मदद करता है। एचबीए1सी पर एस्ट्रैगलस मेम्ब्रेनैसस का प्रभाव अज्ञात है, जो समय के साथ औसत रक्त शर्करा के स्तर को मापता है।

मधुमेह रोगियों के गुर्दे को नुकसान होता है (मधुमेह अपवृक्कता): प्रारंभिक अध्ययन के अनुसार, मधुमेह अपवृक्कता वाले व्यक्तियों में एस्ट्रैगलस झिल्ली को अगर नस में इंजेक्ट किया जाये तो यह गुर्दे की क्षति के विभिन्न संकेतकों में सुधार करता है।

मधुमेह रोगियों में दृष्टि संबंधी कठिनाइयाँ (मधुमेह रेटिनोपैथी): प्रारंभिक अध्ययन के अनुसार, 10 महीने तक एस्ट्रैगलस मेम्ब्रेनस युक्त हर्बल दवाओं का अगर सेवन किया जाये तो यह मधुमेह रोगियों के दृष्टि समस्याओं में भी सुधार दिखाता है।

बहरापन: प्रारंभिक शोध से पता चलता है कि एस्ट्रैगलस झिल्ली को दस दिनों तक अंतःशिरा (IV) प्रशासित करने से बहरे व्यक्तियों और अत्यधिक तेज आवाज के कारण अचानक से हुए बहरेपन के उपचार में मदद करता है।
फेफड़ों का कैंसर:

गैर-छोटे सेल जो फेफड़ों में कैंसर के रूप में पाया जाता है और जिसका इलाज प्लैटिनम आधारित कीमोथेरेपी और विकिरण चिकित्सा के साथ किया जाता है। प्रारंभिक अध्ययनों से पता चलता है कि प्लेटिनम-आधारित कीमोथेरेपी या विकिरण चिकित्सा के संयोजन में एस्ट्रैगलस मेम्ब्रेनसियस को अंतःशिरा (IV) प्रशासित करने या फिर इस जड़ी-बूटी को मौखिक रूप से लेने पर यह कैंसर वाले व्यक्तियों में मृत्यु की संभावना को कम करता है।

हृदय की सूजन (मायोकार्डिटिस): कुछ शुरुआती जांचों में एस्ट्रैगलस झिल्ली को हृदय के वायरल संक्रमण के उपचार में नियोजित किया गया है, लेकिन परिणाम मिश्रित हैं। सबसे अच्छा डेटा बताता है कि मानक दवाओं के संयोजन के साथ एस्ट्रैगलस झिल्ली फॉर्मूलेशन का सेवन हृदय संक्रमण के कारण होने वाली अनियमित धड़कन को कम करने में मदद करता है। वहीँ दूसरी ओर, एस्ट्रैगलस मेम्ब्रेनस लेने से हृदय रोग के बहुत से रक्त अशुद्धि में सुधार होता है।

गुर्दे की बीमारी (नेफ्रोटिक सिंड्रोम) को इंगित करने वाले लक्षणों का एक संग्रह: गुर्दे की शिथिलता वाले रोगियों में संक्रमण आम बात है। प्रारंभिक शोध से पता चलता है कि एस्ट्रैगलस झिल्ली की खुराक लेने से नेफ्रोटिक सिंड्रोम वाले बच्चों में संक्रमण कम होता है।

स्ट्रोक के बाद थकान: प्रारंभिक अध्ययन से पता चलता है कि जिन रोगियों को हाल ही में स्ट्रोक हुआ है उनके द्वारा लगातार चार सप्ताह तक एस्ट्रैगलस मेम्ब्रेनस का सेवन करते हैं तो यह आराम दिलाने में मदद करता है।

गंभीर स्थिति है किडनी फेल: जिन लोगों के हृदय की शल्य चिकित्सा होती है, उनको बाद में किडनी फेल का जोखिम होता है। कार्डिएक सर्जरी से पहले, उस दौरान या बाद में एस्ट्रैगलस मेम्ब्रेनस का अंतःशिरा (IV) प्रशासित करने से से किडनी फेल का खतरा कम होता है।

एसएलई, एक ऑटोइम्यून विकार है जो पूरे शरीर में सूजन का कारण बनता है (सिस्टमिक ल्यूपस एरिथेमेटोसस): प्रारंभिक शोध से पता चलता है कि मानक दवाओं के साथ तीन महीने तक हर महीने 12 दिनों के लिए एस्ट्रैगलस मेम्ब्रेनस का अंतःशिरा (IV) प्रशासित किया जाये तो यह ल्यूपस से पीड़ित लोगों में उनके लक्षणों और संक्रमणों का प्रबंधन करने में मदद करता है।

हृदय संबंधी 4 असामान्यताएं इस बीमारी की विशेषता हैं (फैलॉट का टेट्रालॉजी): सर्जरी के बाद 7 दिनों तक एस्ट्रैगलस मेम्ब्रेनसियस का अंतःशिरा (IV) प्रशासित करने से मानक उपचार की तुलना में यह हृदय रोग को ठीक करने (जिसे फैलोट के टेट्रालॉजी के रूप में जाना जाता है), ह्रदय के कार्यक्षमता में सुधार लाने और रिकवरी समय को कम करने में मदद करता है।
एस्ट्रैगलस झिल्ली इसमें भी मदद करता है:

• मासिक धर्म के अनियमित या अनुपस्थिति (अमेनोरिया) में।

• जिन्हे दमा की शिकायत है।

• सर्वाइकल कैंसर – जिसके कारन महिलाएं प्रभावित है उसमे सुधार करने के लिए।

• क्रोनिक थकान सिंड्रोम (सीएफएस) को कम करने।

• पेट और मलाशय का कैंसर के उपचार में।

• कैंसर की दवा के उपचार के परिणामस्वरूप प्रतिरक्षा प्रणाली में जो नुकसान पहुंचता है उसके उपचार में।

• फाइब्रोमायल्जिया एक प्रकार का फाइब्रोमायल्जिया है जोकि अक्सर थकान, अपूर्ण नींद, स्मृति और मनोदशा के साथ होता है। उसमे मदद करता है।

• एचआईवी/एड्स (एक्वायर्ड इम्यूनो डेफिसिएंसी सिंड्रोम) में।

• कैंसर की दवाओं से किडनी में क्षति होती है उसे कम करता है।

• जिगर (लिवर) के घाव (सिरोसिस) को ठीक करने में।

• एनीमिया में (स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाओं की कम मात्रा) जोकि कैंसर के उपचार के दुष्प्रभाव से बचाने के लिए।

• मोटापा की समस्या में।

• रजोनिवृत्ति (मासिक धर्म) के अनियमितता में।

इन उपयोगों में एस्ट्रैगलस झिल्ली का मूलयांकन करने के लिए और अधिक प्रमाण की आवश्यकता है।

एस्ट्रैगलस झिल्ली के दुष्प्रभाव

एस्ट्रैगलस झिल्ली का उपयोग अधिकांशतः वयस्कों के लिए सुरक्षित है जब इसका सेवन मुख द्वारा किया जाता है तो प्रति दिन 60 ग्राम तक की खुराक, चार महीने तक बिना किसी दुष्प्रभाव के ले सकते हैं। चकत्ते (रैशेज), खुजली वाली त्वचा, नाक की समस्या और पेट दर्द यह एस्ट्रैगलस मेम्ब्रेनैसियस के संभावित दुष्प्रभाव हैं। लेकिन ये घटनाएं दुर्लभ हैं इसका ज्यादा असर देखा नहीं गया है।

जब एक चिकित्सा विशेषज्ञ के मार्गदर्शन में अंतःशिरा (IV द्वारा) लिया जाता है, तो अधिकांश वयस्कों के लिए एस्ट्रैगलस झिल्ली ज्यादा सुरक्षित होता है। प्रति दिन 80 ग्राम की अंतःशिरा (IV) खुराक को 4 महीने तक सफलतापूर्वक सेवन किया जा सकता है। एस्ट्रैगलस झिल्ली से आपको चक्कर आ सकता है या फिर आपका दिल अनियमित तरीके से धड़क सकता है।
सावधानी

गर्भावस्था में या स्तनपान कराने के दौरान एस्ट्रैगलस झिल्ली लेना सुरक्षित है या नहीं, इस बात के लिए पर्याप्त विश्वसनीय जानकारी नहीं है। हालांकि, जानवरों पर किये गए अध्ययन से पता चलता है कि एस्ट्रैगलस मेम्ब्रेनैसस मां और भ्रूण दोनों के लिए खतरनाक हो सकता है। बेहतर होगा कि ऐसे मामलों में इसका इस्तेमाल करने से बचें।

जो लोग “ऑटो-इम्यून रोगों” से पीड़ित हैं जिनमे मल्टीपल स्केलेरोसिस (एमएस), ल्यूपस (सिस्टमिक ल्यूपस एरिथेमेटोसस, एसएलई), रुमेटीइड गठिया (आरए) व अन्य प्रतिरक्षा प्रणाली विकार हैं उन्हें भी एस्ट्रैगलस मेम्ब्रेनस का सेवन करते समय सावधानी बरतना चाहिए। कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि एस्ट्रैगलस, ऑटो-इम्यून बीमारियों के लक्षणों को बढ़ा सकता है। यदि आपके पास इनमें से कोई भी लक्षण है, तो आपको एस्ट्रैगलस मेम्ब्रेनैसियस का उपयोग करने से बचना चाहिए।

स्वास्थ्य आपके जीवन के लिए क्यों महत्वपूर्ण है? अधिक जानने के लिए किसी विशेषज्ञ चिकित्सक से परामर्श करें।

क्रिया

एस्ट्रैगलस झिल्ली के साथ परस्पर क्रिया करती हैं, इम्यूनोसप्रेसेन्ट्स (दवाएं जो प्रतिरक्षा प्रणाली को दबाती हैं): एस्ट्रैगलस मेम्ब्रेनैसस प्रतिरक्षा प्रणाली को बढाती है। इसलिलये एस्ट्रैगलस झिल्ली को प्रतिरक्षा-दमनकारी दवाओं के साथ लेने से यह इसकी प्रभावशीलता को कम करता है।

एस्ट्रैगलस झिल्ली, साईक्लोफॉस्फोमाईड (साइटोक्सन, निओसार) के साथ परस्पर क्रिया करता है: साईक्लोफॉस्फोमाईड (साइटोक्सन, निओसार) एक दवा है जिसका उपयोग प्रतिरक्षा प्रणाली को दबाने के लिए किया जाता है। जबकि एस्ट्रैगलस झिल्ली द्वारा प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा दिया जाता है। एस्ट्रैगलस झिल्ली को साईक्लोफॉस्फोमाईड (साइटोक्सन, निओसार) के साथ लेने से साईक्लोफॉस्फोमाईड की प्रभावकारिता (साइटोक्सन, निओसार) को कम करता है।

अन्य प्रतिरक्षा-दमनकारी दवाओं में एज़ैथियोप्रिन, बेसिलिक्सिमैब (सिम्यूलेक्ट), साइक्लोस्पोरिन (न्यूरल, सैंडिम्यून), डैक्लिज़ुमैब (ज़ेनपैक्स), मुरोमोनाब-सीडी 3 (ओकेटी 3, ऑर्थोक्लोन ओकेटी 3), मायकोफेनोलेट (सेलकैप्ट), टैक्रोलिमस (एफके 506, प्रोग्राफ), सिरोलिमस (रैपाम्यून), प्रेडनिसो भी शामिल हैं।

लिथियम के साथ परस्पर क्रिया करता है, एस्ट्रैगलस झिल्ली: एस्ट्रैगलस मेम्ब्रेनसियस में मूत्रवर्धक की गोली जैसा प्रभाव होता है। एस्ट्रैगलस झिल्ली लेने से शरीर के लिए लिथियम निकालने की स्थिति जटिल हो सकती है। यह लिथियम की मात्रा को बढ़ाकर शरीर में कई दुष्प्रभाव पैदा करता है। यदि आप लिथियम का उपयोग कर रहे हैं, तो इस उत्पाद का उपयोग करने से पहले अपने चिकित्सक से संपर्क करें। शायद ही यह संभव हो कि आपकी लिथियम खुराक को एस्ट्रैगलस से समायोजित किया जाये।

खुराक की मात्रा बनाने की विधि

एस्ट्रैगलस झिल्ली की जड़ कैप्सूल और तरल अर्क पूरक के रूप में उपलब्ध है। इसके जड़ को पाउडर के रूप में संसाधित कर चाय बनाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।

इसका उपयोग काढ़े के के रूप में भी किया जाता है। एस्ट्रैगलस झिल्ली की जड़ को उबालने से इसमें मौजूद सक्रिय रसायन निकलते हैं, जिसका उपयोग इसे बनाने के लिए किया जाता है। एस्ट्रैगलस मेम्ब्रेनैसियस के प्रकार या खुराक पर कोई औपचारिक सहमति नहीं है, लेकिन प्रति दिन किसी के द्वारा 9-30 ग्राम खुराक लेना आम बात है। इसके अलावा अन्य शोध से पता चलता है कि इसकी खुराक मुख द्वारा लिए जाने पर क्रोनिक थकान सिंड्रोम में फायदेमंद हैं।

काढ़ा बनाने के लिए 30 ग्राम एस्ट्रैगलस मेम्ब्रेनस जड़ को अन्य जड़ी-बूटियों के साथ मिलाएं। 40-60 ग्राम एस्ट्रैगलस मेम्ब्रेनैसियस के काढ़े से चार महीने तक ब्लड शुगर को नियंत्रित रख सकते हैं।

मौसमी एलर्जी: मौसमी एलर्जी से बचने के लिए दिन में दो बार दो 80-मिलीग्राम एस्ट्रैगलस मेम्ब्रेनस एक्सट्रेक्ट कैप्सूल 6 सप्ताह तक लें।

2 – 7.5 ग्राम एस्ट्रैगैलस मेम्ब्रेनैसियस का चूर्ण दिन में दो बार 30 दिनों तक लेने से हार्ट फेल और गुर्दे (किडनी) के बीमारी वाले लोगों में संक्रमण को कम करता है। वहीँ अपच के लिए एस्ट्रागैलस मेम्ब्रेनसियस का 7.5 – 15 ग्राम चूर्ण दिन में दो बार छह महीने तक लें।

अध्ययन के अनुसार, चार महीने तक प्रति दिन 60 ग्राम तक की मौखिक खुराक लेना लोगों के लिए सुरक्षित है। लेकिन उच्च खुराक में लम्बे समय के लिए सुरक्षा निर्धारित करने के लिए कोई अध्ययन नहीं किया गया है।

एस्ट्रैगैलस झिल्ली की खुराक के लिए कोई औपचारिक सिफारिश नहीं है। खुराक शरीर व बीमारी की स्थिति देखते हुए निर्धारित किया जाता है।

अंतिम विचार

एस्ट्रैगैलस मेम्ब्रेनैसियस आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने के साथ-साथ पुरानी थकान और मौसमी एलर्जी जैसे लक्षणों को कम करने में मदद करता है। यह उन लोगों की भी मदद करता है जो हृदय की समस्याओं, गुर्दे (किडनी) की बीमारी या टाइप 2 मधुमेह से पीड़ित हैं। हालांकि इसके खुराक के लिए कोई सलाह मौजूद नहीं है, ज्यादातर लोग प्रतिदिन 60 ग्राम खुराक चार महीने तक लेते हैं। सप्लीमेंट्स लेने से पहले विशेषज्ञ से सलाह लें।

एस्ट्रैगलस मेम्ब्रेनेशियस की कार्रवाई का तरीका क्या है? अधिक जानने के लिए विशेषज्ञ चिकित्सक से परामर्श लें।

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